भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के पार्टी में गुटबाजी के ‘कैंसर’ वाले बयान को लेकर प्रदेश की सियासत गरमा गई है। राज्य की भाजपा सरकार में मंत्री विश्वास सारंग ने मंगलवार को कहा कि कांग्रेस नेता के दिल की बात जुबां पर आ गई।
विश्वास सारंग ने कहा, “जीतू पटवारी के दिल की बात उनकी जुबां पर आ गई और जो हकीकत थी वह बयां हो गई। हम तो पहले से कहते आए हैं कि कांग्रेस गुट और गृहों में बंटी हुई पार्टी है। कांग्रेस में सिर्फ कबीले की राजनीति ही होती है। उनके यहां ‘तेरे और मेरे गुट’ की राजनीति होती है। कांग्रेस के यहां सिर्फ राजनीतिक रोटी सेंकने का काम होता है। राज्य के अलावा यह राजनीति तो दिल्ली में भी होती है।”
विश्वास सारंग ने कहा, “कांग्रेस संविधान बचाने की बात करती है, लेकिन मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल लगाकर कौन सा संविधान बचाया था। अब जब राहुल गांधी यहां आ रहे हैं तो उन्हें पहले माफी मांगनी चाहिए कि किस तरह से पं. नेहरू ने बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर को अपमानित किया था, उन्हें संसद में नहीं पहुंचने दिया और राजनीतिक रूप से अपमानित करने का काम किया गया।”
उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ से बहुत दुखी हैं और जीतू पटवारी दिग्विजय सिंह से दुखी हैं। उनकी पार्टी में सिर्फ गुटबाजी होती है।”
कांग्रेस बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की जन्मस्थली महू में आगामी 27 जनवरी को ‘जय बापू, जय भीम, जय संविधान’ कार्यक्रम का आयोजन करने जा रही है। इसी सिलसिले में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी रविवार को महू पहुंचे थे। उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा था कांग्रेस पार्टी में गुटबाजी का “कैंसर” है जिसे खत्म करना जरूरी है।