नई दिल्ली। पहली खेप में किसी भी अमेरिकी को रिहा नहीं किए जाने पर जीओपी सांसदों के नेतृत्व में अमेरिकी लोगों के एक वर्ग ने अपने गुस्से और हताशा को व्यक्त किया व राष्ट्रपति बाइडेन की आलोचना की। मीडिया रिपोर्टों में यह दावा किया गया है।
शुक्रवार को, हमास ने एक समझौते के तहत 13 इजरायलियों को मुक्त कर दिया। चार दिवसीय युद्धविराम के दौरान 50 बंधकों को रिहा किया जाना है। इसके बदले में इजरायली जेलों में बंद 150 फिलिस्तीनी महिलाओं और बच्चों को रिहा किया जाएगा।
न्यूजवीक की रिपोर्ट के मुताबिक शुक्रवार को रिहा किए गए लोगों में से कोई भी अमेरिकी नहीं शामिल होने पर कुछ रूढ़िवादी सांसद नाराज हो गए, जिन्होंने बाइडेन की आलोचना की।
अपनी प्रतिक्रिया में रूढ़िवादी टिप्पणीकार कारमाइन सबिया ने एक्स पर लिखा: “कहा जाता है कि राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इज़राइल और हमास के साथ बंधकों के लिए सौदा किया और किसी भी अमेरिकी को इसमें शामिल नहीं किया गया।”
पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थक ग्राहम एलन ने पोस्ट किया: “मुझे कैसे पता चलेगा कि जो बाइडेन कमजोर हैं? आज किसी भी अमेरिकी को रिहा नहीं किया गया। अगर यह ट्रंप होते, तो वे अपने परिवारों के साथ धन्यवाद ज्ञापन करते।”
पॉडकास्टर एलेक लेस ने टिप्पणी की: “जाहिर तौर पर हमास और इज़राइल के बीच बंधक सौदे में किसी भी अमेरिकी को रिहा नहीं किया जा रहा है, इसके लिए बाइडेन ने मध्यस्थता करने का दावा किया है! “
इस बीच, रूढ़िवादी टिप्पणी वेबसाइट टाउनहॉल के स्तंभकार फिल होलोवे ने बंधकों की रिहाई के बारे में एक समाचार लेख साझा किया और एक्स पर लिखा: “बाइडेन श्रेय लेने की कोशिश करने जा रहे हैं। किसी अमेरिकी को रिहा क्यों नहीं किया गया? जब तक अमेरिकियों को रिहा नहीं किया जाता, बाइडेन को चुप रहने की जरूरत है।”