भोपाल। मध्य प्रदेश में मंत्रियों को अपनी जिम्मेदारी का बेहतर तरीके से निर्वाहन करने के गुर सिखाने के मकसद से राजधानी के अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान में दो दिवसीय लीडरशिप समिट का आयोजन किया गया। इसमें मंत्रिमंडल के सदस्यों को प्रशिक्षण दिया गया। राजधानी में दो दिन तक चली इस लीडरशिप समिट में विभिन्न विशेषज्ञों ने मंत्रियों को बताया कि वे कैसे और किस तरह की कार्यशैली पर काम करें। इसके साथ ही बगैर तनाव और दबाव के अपनी जिम्मेदारी के निर्वाहन में कैसे जुटें। भाजपा से नाता रखने वाले नेताओं ने तो मंत्रियों को यहां तक हिदायत दे डाली कि अगर उन्होंने अपनी जिम्मेदारी का बेहतर तरीके से नहीं निभाई तो कुर्सी भी जा सकती है।
समापन मौके पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में सुशासन की दिशा में सभी विभागों को मिलकर कार्य करना चाहिए। सुशासन की दिशा में प्रदेश अपनी नई पहचान बनाए, इसके लिए कार्ययोजना बनाकर उपलब्धि प्राप्त करें।
उन्होंने कहा, “योजनाओं और कार्यक्रमों के क्रियान्वयन के लिए परस्पर सामंजस्य के साथ समन्वय की भूमिका होना जरूरी है। जनांदोलन के माध्यम से योजनाओं और कार्यक्रमों का बेहतर क्रियान्वयन होता है। हम गुड गवर्नेंस के क्षेत्र में निरंतर आगे बढ़ रहे हैं। कार्यों में सफलता प्राप्त करने के लिए लक्ष्य निर्धारित कर आगे बढ़ते रहना चाहिए।”
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मंत्रीपरिषद के सदस्यों से कहा कि व्यवहार में शासन की मर्यादा का ध्यान रखना जरूरी है। समिट के माध्यम से जो व्यवहारिक ज्ञान प्राप्त हुआ, उसे अपने जीवन में उतारने का भरपूर प्रयास करें। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि अपने जीवन में बदला