नई दिल्ली। हरियाणा में सियासी गतिविधियां आज दिन भर हर पल बदलती रहीं. दुष्यंत चौटाला की पार्टी जेजेपी से भारतीय जनता पार्टी के गठबंधन टूटने के बाद प्रदेश में नए सिरे से सरकार बनने जा रही है. नायब सैनी प्रदेश के नए मुख्यमंत्री होंगे. विधायकों की बैठक में उनके नाम पर सहमति बन गई है. सैनी की पहचान ओबीसी नेता की है और पार्टी जाहिर तौर पर उनको चेहरा बना आगामी लोकसभा चुनाव में बड़ा सियासी दांव चल रही है.
वहीं, आज तलक प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे मनोहर लाल खट्टर को लोकसभा चुनाव के बाद संगठन या सरकार में कोई बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है. मीडिया रपटों में कहा जा रहा है कि मनोहर लाल खट्टर हरियाणा की करनाल सीट से लोकसभा का चुनाव लड़ सकते हैं. मनोहर लाल खट्टर पिछले 9 बरसों से प्रदेश के मुख्यमंत्री के पद पर हैं. अब उनको पार्टी या तो संसदीय राजनीति या फिर सांगठन के काम में लगा सकती है.
नायब सैनी फिलहाल हरियाणा भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के प्रदेश अध्यक्ष हैं. वह अंबाला लोकसभा के गांव नारायणगढ़ के रहने वाले हैं. 2019 में कुरुक्षेत्र सीट से लोकसभा सांसद के तौर पर संसद पहुंचे थे. इससे पहले के उनके राजनीतिक सफर की अगर बात करें तो उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री, जिला महामंत्री, जिलाध्यक्ष के तौर पर काम किया है.
सैनी की राजनीतिक यात्रा असल मायने में 2002 में शुरू होती है. इस साल उनको हरियाणा में बीजेपी के युवा मोर्चा का कामकाज देखने का जिम्मा मिला. इसके बाद उन्होंने जिला अध्यक्ष के तौर पर काम किया और 2009 में बीजेपी किसान मोर्चा हरियाणा के प्रदेश महामंत्री बने.
2014 में वे नारायणगढ़ सीट से विधायक बने और फिर 2016 में हरियाणा सरकार में राज्य मंत्री रहे. इनके पास खनन मंत्रालय का जिम्मा था. इसके अगले 3 बरस के बाद पार्टी ने 2019 में उनको कुरुक्षेत्र से सांसदी का चुनाव लड़ाया. नायब सैनी की बड़े ओबीसी नेता के तौर पर है.
हरियाणा की नई सरकार का आज ही शाम 5 बजे शपथ ग्रहण समारोह होना है. मुख्यमंत्री के अलावा नया मंत्रिमंडल भी बनेगा.