नई दिल्ली/भोपाल। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने शुक्रवार को घोषणा की कि मध्य प्रदेश के उज्जैन जंक्शन रेलवे स्टेशन और महाकालेश्वर मंदिर के बीच मौजूदा रोपवे के विकास, संचालन और रखरखाव के लिए 188.95 करोड़ रुपये के परिव्यय को मंजूरी दी गई है।मंत्री ने कहा कि प्रस्तावित रोपवे तीर्थयात्रियों की आवाजाही को सुविधाजनक बनाएगा, खासकर पीक सीजन के दौरान। साथ ही यात्रा का समय घटाकर सात मिनट रह जायेगा।
रोपवे की क्षमता प्रतिदिन 64 हजार तीर्थयात्रियों को ले जाने की होगी।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि निवेश पर्यटन को बढ़ावा देगा और रोजगार के नए अवसर पैदा करते हुए परिवहन के पर्यावरण-अनुकूल साधन प्रदान करेगा।
मंत्री ने कहा, “परियोजना हाइब्रिड मोड के माध्यम से कार्यान्वित की जाएगी। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) कुल परियोजना व्यय के 40 प्रतिशत का भुगतान करेगा। भुगतान पहले से तय लक्ष्यों के पूरा होने के आधार पर किस्तों में जारी किया जायेगा।”
उन्होंने कहा कि शेष 60 फीसदी राशि की व्यवस्था डेवलपर को करनी होगी।
मंत्री ने कहा, “परियोजना के लिए डेवलपर का चयन एक खुली, पारदर्शी और प्रतिस्पर्धी बोली प्रक्रिया के माध्यम की जायेगी। परियोजना के रखरखाव की जिम्मेदारी डेवलपर की होगी है, जबकि टोल संग्रह एनएचएआई द्वारा किया जायेगा।”
उन्होंने कहा कि सरकार ऐसी सार्वजनिक-निजी भागीदारी को बढ़ावा देने की इच्छुक है क्योंकि वे बुनियादी ढाँचा क्षेत्र में अधिक निवेश लाने में मदद करती हैं।
मंत्री ने कहा, “निजी कंपनियाँ स्वयं इन परियोजनाओं में निवेश करने के लिए अनिच्छुक हैं। उन्हें पूरा होने और कमाई शुरू करने में लंबा समय लगता है।”