नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष बनने के बाद पहली बार 9 जुलाई को रायबरेली जा रहे हैं। वह 18वीं लोकसभा में रायबरेली से सांसद चुने गए हैं। सांसद चुने जाने के बाद रायबरेली में यह उनकी पहली यात्रा है। वह रायबरेली में कांग्रेस पार्टी के नेताओं व कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे। वह जिला प्रशासन के साथ बैठक भी कर सकते हैं। इस दौरान वह अपने क्षेत्र में चल रही परियोजनाओं की जानकारी लेंगे।
राहुल गांधी ने लोकसभा के लिए उत्तर प्रदेश की रायबरेली और केरल की वायनाड सीट से चुनाव लड़ा था। वह दोनों ही सीटों से चुनाव जीते। नियमों के मुताबिक उन्हें दोनों में से एक सीट छोड़ने थी। राहुल ने रायबरेली सीट से सांसद बने रहने का निर्णय लिया है और वायनाड सीट छोड़ दी।
उत्तर प्रदेश में इंडिया गठबंधन ने लोकसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन किया है। जहां वर्ष 2019 के चुनाव में कांग्रेस को प्रदेश में केवल एक सीट मिली थी, वहीं इस बार कांग्रेस ने 6 सीटें हासिल की है। कांग्रेस की सहयोगी समाजवादी पार्टी ने 37 सीटें हासिल की है।
राहुल गांधी ने इस जीत के लिए उत्तर प्रदेश के मतदाताओं का धन्यवाद किया। इसके साथ ही उन्होंने उत्तर प्रदेश मे मिली इस जीत के लिए प्रियंका गांधी की भी प्रशंसा की थी। राहुल गांधी ने कहा था कि यूपी में हमें जबरदस्त जीत मिली है और इसके लिए मैं अपनी बहन प्रियंका को भी धन्यवाद देना चाहता हूं, जिन्होंने यहां खूब काम किया।
राहुल गांधी खुद उत्तर प्रदेश की रायबरेली सीट से उम्मीदवार थे। उन्होंने तीन लाख, 90 हजार से अधिक वोटों से जीत दर्ज की थी। वहीं इस बार उत्तर प्रदेश की अमेठी सीट पर भी कांग्रेस ने जीत हासिल की है। वर्ष 2019 में राहुल गांधी यहां तत्कालीन केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से लोकसभा चुनाव हार गए थे। इस बार कांग्रेस पार्टी के किशोरी लाल शर्मा ने स्मृति ईरानी को बड़े अंतर से चुनाव हराया है। नतीजों के बाद राहुल गांधी ने कहा था कि यूपी ने कमाल करके दिखाया है। उत्तर प्रदेश के लोगों ने संविधान की रक्षा की है। यूपी के लोगों ने इंडिया गठबंधन का साथ दिया और इस कामयाबी में प्रियंका का भी हाथ है।