भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के मरीजों की देखभाल बेहतर हो और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार आए, इसके लिए संस्थान ने आईआईटी इंदौर के दृष्टि सीपीएस फाउंडेशन के साथ करार किया है।
एमओयू पर एम्स भोपाल की ओर से डीन ऑफ इनोवेशन डॉ. जगत राकेश कंवर और आईआईटीआई दृष्टि सीपीएस फाउंडेशन के सीईओ आदित्य एसजी व्यास ने हस्ताक्षर किए।
इस मौके पर एम्स के कार्यपालक निदेशक प्रोफेसर डॉ. अजय सिंह ने कहा, “मरीजों की तकलीफ कम हो इसके लिए हमें अपनी सोच बदलनी होगी। मरीज के इलाज को बेहतर बनाने के लिए हम मिलकर ऐसा कुछ करें जिससे उसके जीवन में बदलाव आ सके। इस साझेदारी से एम्स भोपाल में मरीजों के जटिल इलाज में प्रयोग होने वाले आधुनिक उपकरणों को विकसित किया जा सकेगा।
डॉ. सिंह ने कहा कि आने वाले समय में संयुक्त रूप से मिलकर एम्स भोपाल को मध्य भारत में सेंटर आफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित किया जाएगा।
आईआईटी इंदौर स्थित दृष्टि सीपीएस फाउंडेशन एक प्रौद्योगिकी नवाचार केन्द्र है, जिसका उद्देश्य सिस्टम सिमुलेशन, मॉडलिंग और विजुलाइजेशन के क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देना है।
फाउंडेशन के सीईओ आदित्य एस.जी. व्यास ने कहा, “इस एमओयू के द्वारा नवीनतम आईटी बुनियादी ढांचे, सुविधाओं और सेवाओं को उन्नत करने, रोगी की देखभाल को बेहतर बनाने और संस्थान द्वारा दी जा रही है स्वास्थ्य सेवाओं के मानकों को बढ़ाने में सहायता मिलेगी।”
आईआईटीआई दृष्टि सीपीएस फाउंडेशन प्रौद्योगिकी विकास परियोजनाओं के द्वारा देश की स्वास्थ्य समस्याओं को हल करने के लिए प्रयत्नशील है।