भोपाल। मध्य प्रदेश पुलिस ने बेरोजगारी, महंगाई, भ्रष्टाचार और अन्य मुद्दों को लेकर राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछारों और आंसू गैस का इस्तेमाल किया।
इस दौरान, यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ता हटने का नाम नहीं ले रहे थे। इसके बाद पुलिस ने सभी को डिटेन किया और बसों में भरकर नजदीकी पुलिस थाने ले गए। हालांकि, कुछ देर के बाद सभी को छोड़ दिया गया। वहीं, सरकार पर हमला करते हुए भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बी.वी. ने कहा मध्य प्रदेश की सरकार रिमोट कंट्रोल सरकार की तरह काम करती है। उन्होंने युवाओं को धोखा दिया है, चाहे वह नौकरी देने की बात हो, नर्सिंग घोटाला हो या पेपर लीक हो। आप देख सकते हैं कि यह सरकार हर मामले में रिमोट कंट्रोल से चल रही है।
मध्यप्रदेश के युवाओं को नौकरी नहीं मिली, सालों से नर्सिंग छात्रों की परीक्षाएं नहीं हुई, जनता महंगाई और टैक्स की मार झेल रही है लेकिन भाजपा सरकार में शराब के ठेके और जमीनों पर कब्जे चरम पर हैं। उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, ये गाजा पट्टी, मणिपुर, यूक्रेन की तस्वीरें नहीं, बल्कि मप्र युवा कांग्रेस द्वारा मप्र के युवा विरोधी मुख्यमंत्री के आवास के घेराव की तस्वीरें है।
मोहन यादव सरकार को राज्य के युवाओं के बारे में सोचना पड़ेगा नहीं तो हमारी यह लड़ाई, जारी रहेगी। सीएम हाउस के घेराव के दौरान, युवाओं की आवाज़ दबाने के लिए मप्र सरकार ने बैरिकेड के जरिए किलेबंदी कर, भारी पुलिस बल के साथ वॉटर कैनन तैनात किए हैं। जब युवाओं के हक़ पर आंच आएगी तो फौरन उठ जाएंगे हम। सिर्फ पुलिस और बैरिकेडिंग नहीं बल्कि तुम्हारी हर चुनौती से भिड़ जाएंगे हम।
मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा, जितना मर्ज़ी मोहन यादव मेरे और मेरे युवा कांग्रेस के साथियों के ऊपर वाटर कैनन चला ले, इन्होंने युवाओं के दिल में जो बेरोज़गारी की आग लगाई है वो कभी नहीं बुझा पाएंगे।
हज़ारों पुलिसकर्मी, कई लेयर में बैरिकेडिंग सिर्फ इसलिए लगाए गए ताकि कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सीएम निवास कूच से रोका जा सके। ये प्रदर्शन मोहन सरकार की तानाशाही के खिलाफ है। आदिवासी और दलित अत्याचार के खिलाफ है। ये जंग रूकने वाली नहीं है।