नई दिल्ली। यूक्रेन की संसद ने चार मंत्रियों को बाहर कर दिया है। वहीं विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा बुधवार को इस्तीफा दे चुके हैं।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, सांसदों ने बुधवार को यूरोपीय और यूरो-अटलांटिक एकीकरण के लिए उप प्रधान मंत्री ओल्हा स्टेफनिशिना, सामरिक उद्योग मंत्री ऑलेक्जेंडर कामिशिन, न्याय मंत्री डेनिस माल्युस्का और पर्यावरण संरक्षण और प्राकृतिक संसाधन मंत्री रुस्लान स्ट्रेलेट्स को बर्खास्त करने के लिए मतदान किया।
संसद ने विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा की बर्खास्तगी पर विचार नहीं किया, जिन्होंने बुधवार को इस्तीफा दे दिया था। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा कि कैबिनेट फेरबदल का उद्देश्य विभिन्न चरणों में यूक्रेन को मजबूत करना है।
संसद के अध्यक्ष रुस्लान स्टेफानचुक ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर लिखा, विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने बुधवार को संसद को इस्तीफा पत्र सौंप दिया। स्टेफनचुक ने कहा कि संसद निकटतम पूर्ण सत्र में कुलेबा के आवेदन पर विचार करेगी। 43 वर्षीय कुलेबा को मार्च 2020 में यूक्रेन का विदेश मंत्री नियुक्त किया गया था।
मंगलवार को सर्वेंट ऑफ द पीपल पार्टी के संसदीय गुट के नेता डेविड अराखामिया ने टेलीग्राम पर कहा कि कैबिनेट के 50 प्रतिशत से अधिक स्टाफ को बदला जाएगा।
आयरिश प्रधानमंत्री साइमन हैरिस के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में राष्ट्रपति जेलेंस्की ने इस मुद्दे पर भी राय रखी। उन्होंने कहा, वह किसी रिप्लेसमेंट का ऐलान नहीं कर सकते हैं क्योंकि उन्हें नहीं पता कि उम्मीदवार सरकार में शामिल होने के उनके प्रस्ताव को स्वीकार करेंगे या नहीं।
राष्ट्रपति की वेबसाइट से पता चला कि उन्होंने अर्थव्यवस्था को संभालने वाले ‘डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ’ रोस्टीस्लाव शुरमा को भी निकाल दिया था। संसद सत्र खत्म हो चुका था, लेकिन कुलेबा के इस्तीफे पर विचार नहीं किया गया।
यूक्रेन की संसद में यह महत्वपूर्ण बदलाव तब हो रहे हैं, जब युद्ध के चलते रूसी सेना पूर्वी मोर्चे पर आगे बढ़ रही है। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की इस महीने एक प्रमुख सहयोगी अमेरिका की यात्रा पर जाने वाले हैं, जहां उनके राष्ट्रपति जो बाइडेन को अपनी ‘जीत की योजना’ के बारे में बता सकते हैं।
फरवरी 2022 में रूस द्वारा आक्रमण शुरू करने के बाद से जेलेंस्की ने कई फेरबदल के आदेश दिए हैं। पिछले सितंबर में, उन्होंने भ्रष्टाचार के कई घोटालों के बीच अपने रक्षा मंत्री को बर्खास्त कर दिया था और हाल ही में युद्ध में असफलताओं के बाद सेना के शीर्ष कमांडर को हटा दिया था।
इस साल की शुरुआत में मंत्रियों को निकाले जाने या इस्तीफा देने के बाद से कम से कम पांच विभाग खाली हो गए हैं, जिनमें महत्वपूर्ण कृषि और इन्फ्रास्ट्रक्चर विभाग भी शामिल हैं।
वहीं इस मामले पर विपक्षी विधायक इरीना हेराशचेंको ने कहा, “यह बिना मंत्रियों की सरकार है। एक बौद्धिक और कार्मिक संकट जिसके प्रति अधिकारी अपनी आंखें बंद कर रहे हैं।” उन्होंने राष्ट्रीय एकता को समर्पित सरकार का आह्वान किया जो जेलेंस्की की राजनीतिक टीम की सत्ता की बागडोर पर कड़ी पकड़ को खत्म कर दे।
राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की का कार्यकाल मई में समाप्त हो गया था, लेकिन वह अपने पद पर बने हुए हैं क्योंकि यूक्रेन में मार्शल लॉ लागू है।