भोपाल। आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर के लड्डू में पशुओं की चर्बी के इस्तेमाल की बात सामने आने पर सियासत गरमा गई है। हर तरफ बयानबाजी और दोषियों पर कार्रवाई की मांग हो रही है। इसी बीच शनिवार को मध्य प्रदेश के कैबिनेट मंत्री विश्वास सारंग ने चिंता जताई।
विश्वास सारंग ने कहा कि यह हिंदू धार्मिक भावनाओं पर सीधा हमला हुआ है। यह अत्यंत घृणित कार्य है। जगन मोहन रेड्डी, उनके परिवार और उनकी सरकार ने जो किया है, वह सनातन धर्म का अपमान है। हिंदू मतावलंबियों की भावनाओं पर ठेस पहुंचाने का काम किया है। तिरुपति बालाजी का मंदिर करोड़ों हिंदुओं की श्रद्धा का केंद्र है और वहां के प्रसाद में इस तरह की मिलावट, कहीं अंतरराष्ट्रीय साजिश का संकेत तो नहीं? क्या यह हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचाकर धर्म को भ्रष्ट करने का एक बड़ा कुकृत्य नहीं है?”
उन्होंने कहा कि इस मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच की जानी चाहिए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। जगन मोहन रेड्डी को समझना चाहिए कि यह पाप करके निश्चित रूप से उन्होंने बहुत घृणित कार्य किया है। उन्होंने जो पाप किया है, उसका परिणाम उन्हें इस जन्म में ही नहीं, बल्कि सात जन्मों तक भुगतना पड़ेगा।
इस बीच, जगन मोहन रेड्डी ने कहा कि वह इस विषय को लेकर भारत के सीजेआई और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखेंगे और यह बताने की कोशिश करेंगे कि कैसे तथ्यों को तोड़ा मरोड़ा गया है। सारंग ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “मुझे आश्चर्य होता है एक तो चोरी ऊपर से सीना चोरी। एक तो पाप किया और उसके बाद छवि बचाने के लिए इस तरह की बातें कर रहे हैं। आपने हिंदू धर्म पर कुठाराघात करने का काम किया है।
बता दें कि आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर के लड्डूओं में फिश ऑयल और जानवरों की चर्बी मिलाने की पुष्टि हुई थी। राष्ट्रीय डेरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) की रिपोर्ट के मुताबिक, तिरुपति मंदिर में जो लड्डुओं का प्रसाद तैयार किया जाता है, उसमें जानवरों की चर्बी और मछली का तेल मिला है। ये सब कुछ उस घी में मिला है, जिससे लड्डू तैयार किया जाता है।