नई दिल्ली। एप्पल ने कथित तौर पर अपनी ऑटोनोमस इलेक्ट्रिक कार परियोजना को स्थायी रूप से बंद कर दिया है। इसके बाद डिवीजन से “सैकड़ों कर्मचारियों” की छंटनी की आशंका है।
टेकक्रंच की रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी संभवत: “टीम से सैकड़ों कर्मचारियों की छंटनी कर रही है और प्रोजेक्ट पर सारा काम बंद हो गया है”।
कुछ कर्मचारियों को एप्पल के जेनरेटिव एआई (जेनएआई) प्रोजेक्ट्स में शिफ्ट किया जाएगा। एप्पल कार प्रोजेक्ट में लगभग 1,400 कर्मचारी थे।
एप्पल ने सबसे पहले 2014 में “प्रोजेक्ट टाइटन” नामक अपनी कार परियोजना पर काम करना शुरू किया था।
उसने 2021 में बीएमडब्ल्यू के पूर्व कार्यकारी उलरिच क्रांज़ को नियुक्त किया था, जिन्होंने आई3 कार्यक्रम को चलाने में मदद की।
पिछले साल दिसंबर में एप्पल ने अपने इलेक्ट्रिक वाहन, जिसे ‘एप्पल कार’ कहा जाता है, के लॉन्च को 2026 तक टाल दिया था, जिसकी कीमत एक लाख डॉलर से कम होने की उम्मीद थी।
आईफोन निर्माता का इरादा पहले बिना स्टीयरिंग व्हील या पैडल वाला एक ऑटोमोबाइल बनाने का था, जिससे यात्रियों को लिमोसिन-शैली के वाहन में एक-दूसरे के सामने बैठने की सुविधा मिल सके।
पहले की रिपोर्टों के अनुसार, बाद में परियोजना का दायरा कम कर दिया गया, और ड्राइवर की सीट, स्टीयरिंग व्हील और पैडल के साथ अधिक पारंपरिक डिजाइन तैयार किया गया।