भोपाल। मध्य प्रदेश वरिष्ठ नागरिकों का आयुष्मान कार्ड बनाने के मामले में अव्वल है। राज्य में दो लाख से अधिक वरिष्ठ नागरिकों के आयुष्मान कार्ड बने हैं। इसे राज्य के उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने बड़ी उपलब्धि बताया है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत सभी पात्र वरिष्ठ नागरिकों तक स्वास्थ्य सुरक्षा पहुंचाने के लिए संकल्पबद्ध है। वरिष्ठ नागरिकों के आयुष्मान कार्ड बनाने में मध्य प्रदेश पूरे देश में अग्रणी है।
आयुष्मान भारत योजना के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. योगेश भरसट ने बताया कि मध्य प्रदेश में 70 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों के अब तक 2 लाख 667 आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं। वहीं, केरल में अब तक 1 लाख 76 हजार 167 कार्ड बनाए गए हैं। मध्य प्रदेश में प्रतिदिन लगभग 30 से 35 हजार वरिष्ठ नागरिकों के आयुष्मान कार्ड बन रहे हैं। लक्षित 34 लाख 73 हजार 325 आयुष्मान कार्ड 15 जनवरी तक बना लिए जाएंगे। इसके लिए कार्ययोजना तैयार कर ली गई है। आशा कार्यकर्ता, एएनएम और सीएचओ के द्वारा डोर-टू-डोर दस्तक दी जा रही है। विशेष कैंप आयोजित किए जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत एक नई पहल शुरू की गई है, जो 70 वर्ष और उससे अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों को सुलभ एवं उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के उद्देश्य से समर्पित है। योजना का शुभारंभ 29 अक्टूबर 2024 को किया गया। वरिष्ठ नागरिकों को वय वंदना कार्ड नामक एक विशिष्ट कार्ड जारी किया जा रहा है। जो वरिष्ठ नागरिक 70 वर्ष और उससे अधिक आयु के हैं और जिनके परिवार पहले से आयुष्मान भारत योजना के तहत कवर हैं, उन्हें इस कार्ड के माध्यम से अतिरिक्त पांच लाख तक की वार्षिक टॉप-अप कवरेज मिलेगी। यह टॉप-अप केवल वृद्धजनों के लिए है और परिवार के अन्य सदस्यों (जो 70 वर्ष से कम आयु के हैं) के साथ साझा नहीं किया जा सकेगा।