भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में मकान के लीज नवीनीकरण की एवज में 40 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए भोपाल विकास प्राधिकरण (बीडीए) के लिपिक तारक चंद दास को लोकायुक्त पुलिस ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई बीडीए के कार्यालय में हुई।
लोकायुक्त कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को लोकायुक्त भोपाल की टीम ने पुलिस अधीक्षक मनु व्यास के मार्गदर्शन में इस कार्रवाई को अंजाम दिया।
भोपाल विकास प्राधिकरण (बीडीए) के कार्यालय में पदस्थ बाबू सहायक ग्रेड-1 तारकचंद दास ने आवेदक से उसके रत्नागिरी रायसेन रोड पिपलानी स्थित मकान के लीज नवीनीकरण के लिए तीन लाख 35 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की थी। आवेदक किसान लीज के नवीनीकरण के लिए छह महीने से बाबू तारकचंद दास के चक्कर लगा लगाकर परेशान हो गया था, लेकिन बाबू बिना रिश्वत लिए काम नहीं कर रहा था। व्यथित होकर आवेदक ने लोकायुक्त में आकर पुलिस अधीक्षक को शिकायत की।
पीड़ित किसान की शिकायत की लोकायुक्त की ओर से पुष्टि की गई और उसके बाद शिकायत पर त्वरित कार्रवाई करते हुए निरीक्षक नीलम पटवा की अगुवाई मे टीम ने शुक्रवार को तारक चंद दास को 40 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा। आरोपी पंचशील नगर भोपाल का निवासी है। लोकायुक्त की टीम ने रिश्वत के 40 हजार रुपये बरामद करने के साथ आरोपी के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 के अंतर्गत कार्रवाई शुरू की है।
बीडीए द्वारा आवंटित मकानों का एक निश्चित समय के बाद नवीनीकरण किया जाता है। इस नवीनीकरण में कार्यालय में पदस्थ कर्मचारी हितग्राहियों को लगातार परेशान करते हैं। ऐसा ही कुछ इस किसान के साथ भी हुआ, लेकिन किसान की सजगता तथा लोकायुक्त की सक्रियता के चलते लिपिक रिश्वत लेते पकड़ा गया।