भोपाल। मध्य प्रदेश के रीवा जिले के मनगवां अंतर्गत हिनौता कोठार गांव में पारिवारिक विवाद में दो महिलाओं पर डंपर से मुरुम डालकर जिंदा दफनाने की कोशिश करने का वीडियो सामने आने के बाद पुलिस ने एक आरोपी को हिरासत में लिया है। इस मामले में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी। इस घटना पर मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया, “सोशल मीडिया के माध्यम से प्राप्त वीडियो से रीवा जिले में महिलाओं के खिलाफ अपराध का मामला संज्ञान में आया, इसमें मैंने जिला प्रशासन एवं पुलिस को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।”
“जिले के थाना मनगंवा अंतर्गत हनौता कोठार गांव में जमीन संबंधी पारिवारिक विवाद में दो महिलाओं पर डंपर से मुरुम डालने के मामले में पुलिस ने कार्रवाई कर एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और दो अन्य की तलाश जारी है। उपचार के बाद महिलाओं को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। सीएम ने कहा, मध्य प्रदेश के नागरिकों, विशेषकर महिलाओं की सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उनके खिलाफ किसी भी अपराध में आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा, कठोर से कठोर दंड दिया जाएगा।”
इस मामले पर रीवा के एसपी विवेक सिंह ने बताया कि, शनिवार को थाना मनगंवा के कोठार गांव में एक पांडेय परिवार में जमीनी विवाद में दोनों तरफ से महिला-पुरुष एकत्र थे। सड़क बनाने को लेकर विवाद था, दो महिलाओं आशा पांडेय और ममता पांडेय के ऊपर डंपर से मुरुम गिरी है। पुलिस ने सूचना मिलते ही एफआईआर दर्ज की है। डंपर को जब्त कर लिया है और एक आरोपी विपिन पांडे को हिरासत में ले लिया है, दो अन्य की तलाश की जा रही है। उन्होंने कहा कि, कुछ अन्य वीडियो और साक्ष्यों के आधार पर जांच की जा रही है। दोनों महिलाओं की हालत सामान्य है। यह पारिवारिक विवाद का मामला है।
आशा पांडेय ने पुलिस को बताया कि उनका ससुर गौकरण पांडेय से साझे की जमीन में रास्ता निकालने को लेकर विवाद है। शनिवार को गौकरण पांडेय और देवर विपिन पांडेय विवादित जमीन पर सड़क बनवाने के लिए हाइवा से मुरूम लेकर आए। आशा पांडेय अपनी देवरानी ममता पांडेय के साथ जाकर हाइवा (एमपी 17 एचएच 3942) के चालक को मुरूम गिराने से मना करने लगीं। हाइवा चालक ने दोनों की बात नहीं सुनी, तो वे डंपर के पीछे मुरुम गिरने के स्थान पर बैठने लगीं। इसी बीच हाइवा चालक ने मुरुम गिरा दी। दोनों मुरुम में दबने लगीं, तभी मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने उन्हें बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया।