इंदौर। मध्य प्रदेश की व्यापारिक राजधानी इंदौर में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई जारी है। कांग्रेस नेता गोलू अग्निहोत्री के यहां छापे की कार्रवाई खत्म होने के बाद केंद्रीय एजेंसी ने सोया रुचि के पूर्व मालिक और बड़े कारोबारी उमेश शाहरा के ठिकानों पर दबिश दी।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, गुरुवार की सुबह ईडी के अधिकारियों की टीम ने कारोबारी उमेश शाहरा के ठिकानों पर एक साथ दबिश दी। यह मामला फर्जीवाड़े से जुड़ा हुआ है। कारोबारी उमेश शाहरा पर आरोप है कि उन्होंने अपने सहयोगियों की मदद से फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बैंक ऑफ बड़ौदा से 58 करोड़ रुपये का लोन लिया और गबन किया।
ईडी ने इसको लेकर वर्ष 2022 में मामला दर्ज किया था। बताया गया है कि उमेश शाहरा और उनका परिवार कई मामलों में घिरा हुआ है और कोयला आवंटन घोटाले में ईडी ने उनकी 22 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति अटैच की थी। इसके अलावा भूमि घोटाले में भी उनके भाई से पूछताछ हो चुकी है।
बैंक ऑफ बड़ौदा के अधिकारी ने वर्ष 2021 में रुचि ग्लोबल लिमिटेड और उमेश शाहरा सहित अन्य के खिलाफ फर्जीवाड़े की शिकायत दर्ज कराई थी। उसी के आधार पर कार्रवाई हो रही है। वर्तमान में शाहरा परिवार कंस्ट्रक्शन और प्रॉपर्टी का काम कर रहा है।
पिछले दिनों प्रवर्तन निदेशालय ने कांग्रेस नेता गोलू अग्निहोत्री और उनके करीबियों के ठिकानों पर भी छापे मारे थे। इस दौरान बड़ी संख्या में नकदी मिली थी और कई अन्य बड़े निवेश की भी जानकारी मिली थी।