भोपाल। मध्य प्रदेश के उमरिया जिले में स्थित बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में 10 हाथियों की मौत के मामले में वन विभाग के अधिकारियों पर कार्रवाई शुरू हो गई है। इस सिलसिले में रविवार को दो अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया।
बांधवगढ़ में हाथियों की मौत के मामले में मुख्यमंत्री मोहन यादव के तेवर तल्ख हैं। बीते दिनों उन्होंने अधिकारियों की बैठक लेकर उच्च स्तरीय दल बांधवगढ़ भेजा था।
सीएम ने रविवार रात अधिकारियों के साथ एक बार फिर बैठक की। इस बैठक में हाथियों की मौत के मामले पर चर्चा की गई। इसके बाद वन विभाग के दो अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया।
वन विभाग द्वारा बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में पदस्थ सहायक वन संरक्षक फते सिंह निनामा को निलंबित किया गया है, उन पर यह कार्रवाई 10 हाथियों की मौत के मामले की जांच में समय पर सक्षम नेतृत्व प्रदान नहीं करने और अधिकांश कार्रवाई अधीनस्थों पर छोड़ने के चलते की गई है।
वन संरक्षक गौरव चैाधरी पर भी कार्रवाई हुई है। उन पर आरोप है कि वह सूचना मिलने के बावजूद अवकाश से नहीं लौटे और मोबाइल फोन बंद होने से वरिष्ठों के निर्देशों की अवहेलना हुई। लिहाजा दोनों अधिकारियों को निलंबित किया गया है।
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के खितौली और पतौर रेंज में 29 अक्टूबर की दोपहर 13 हाथियों के झुंड में से कुछ हाथियों के अस्वस्थ होने की बात सामने आई थी। कान्हा और पेंच टाइगर रिजर्व के वन्य-जीव स्वास्थ्य अधिकारी ने सभी हाथियों की जांच की। झुंड में से दो हाथी पूरी तरह स्वस्थ हो गए, एक हाथी का उपचार चल रहा है जबकि 10 हाथियों की मौत हो गई।