भोपाल। गैर-एल्कोहल फेटी लीवर रोग के प्रबंधन पर दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का कल शुक्रवार को शुभारंभ हुआ। प्रशिक्षण कार्यक्रम के पहले बैच में प्रदेश के 120 आपातकालीन चिकित्सा अधिकारियों और आईसीयू चिकित्सा अधिकारियों को प्रशिक्षण में शामिल किया गया।
प्रशिक्षण कार्यशाला में गैर-एल्कोहल फेटी लीवर रोग की रोकथाम के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई। प्रशिक्षण कार्यशाला में शरीर रचना विज्ञान, पैथोफिजियोलॉजी और फेटी लीवर रोग की रोकथाम, प्रबंधन एवं नियंत्रण जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर जानकारी दी गई। चिकित्सा अधिकारियों के बीच ज्ञान और कौशल को बढ़ाने और पूरे प्रदेश में फेटी लीवर बीमारी से निपटने के उद्देश्य से एनएचएम और पब्लिक हेल्थ फाउण्डेशन ऑफ इण्डिया द्वारा संयुक्त प्रयास किया गया है।
बताया गया कि केन्द्र सरकार द्वारा पहली बार मध्य प्रदेश राज्य से ही गैर-एल्कोहल फेटी लीवर के लिये मानक उपचार कार्यक्रम का राष्ट्रीय स्तर पर शुभारंभ हुआ है। पब्लिक हेल्थ फाउण्डेशन ऑफ इण्डिया के सहयोग से इस प्रशिक्षण को अपनाने और शुरू करने वाला मध्यप्रदेश पहला राज्य है। प्रशिक्षण कार्यशाला में स्वास्थ्य आयुक्त-सह-सचिव डॉ. सुदाम खाड़े, एमडी एनएचएम श्रीमती प्रियंका दास और अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।