भोपाल। राजधानी भोपाल में मंत्रालय के करीब स्थित सतपुड़ा भवन में कल सोमवार की दोपहर लगी आग काफी कोशिशों के बाद भी नहीं बुझाई जा सकी है। दमकल की गाड़ियां इस अभियान में लगी हैं। भीषण आग पर काबू पाने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एयरफोर्स की मदद मांगी है।
सतपुड़ा भवन की तीसरी मंजिल में सोमवार की दोपहर आग लगी और देखते ही देखते वह चौथी और पांचवीं मंजिल तक पहुंच गई। आग लगने के बाद हड़कंप मच गया और पूरी इमारत को खाली करा लिया गया। फायर ब्रिगेड आग पर काबू करने की कोशिश में लगे हुए हैं। इस अग्निकांड में कई विभागों के कागजात के जलने की बात सामने आ रही है। आग बुझाने के लिए दमकल की गाड़ियां बुलाई गई हैं। फिलहाल जनहानि की कोई खबर नहीं है।
मुख्यमंत्री चौहान ने आग के प्रारंभिक कारणों को जानने के लिए कमेटी घोषित की है। इसमें एसीएस होम राजेश राजौरा,पीएस अर्बन नीरज मंडलोई पीएस पीडब्ल्यूडी सुखबीर सिंह और एडीजी-फायर सदस्य बनाए गए हैं। यह कमेटी जांच के प्रारंभिक कारणों का पता कर रिपोर्ट मुख्यमंत्री चौहान को सौंपेगी।
आग की विकरालता को लेकर मुख्यमंत्री चौहान ने रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से बात की और आग बुझाने के लिए एयरफोर्स की मदद मांगी। रक्षा मंत्री ने एयरफोर्स को निर्देश दिया। उनके निर्देश पर 32 विमान और 15 हेलीकॉप्टर भोपाल पहुचेंगे। ये सतपुड़ा भवन में ऊपर से पानी डालकर आग बुझाने का प्रयास करेंगे। इन विमानों के लिए भोपाल एयरपोर्ट रातभर खुला रहेगा।
बताया गया है कि सतपुड़ा के जिन मंजिलों में आग लगी है, वहां मूलत: तीन विभाग हैं – आदिम जाति कल्याण विभाग, परिवहन विभाग और स्वास्थ्य विभाग। इन सभी मंजिलों में इनमें से किसी भी विभाग का टेंडर, प्रैक्योरमेंट संबंधी कोई कार्य नहीं होता है, मूलत: यहां स्थापना संबंधित विभागीय कार्य होते हैं।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री चौहान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर चर्चा कर सतपुड़ा में आग लगने की दुर्भाग्यपूर्ण घटना की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को आग बुझाने के प्रदेश सरकार के प्रयासों और केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों (आर्मी, एयरफोर्स, भेल, सीआईएएसएफ, एयरपोर्ट एवं अन्य) से मिली मदद से भी अवगत कराया। प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री को केंद्र से हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।