नई दिल्ली। इस साल फरवरी में सकल वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) राजस्व संग्रह सालाना आधार पर 12.5 प्रतिशत बढ़कर 1,68,337 करोड़ रुपये हो गया। वित्त मंत्रालय द्वारा शुक्रवार जारी आंकड़ों में यह बात सामने आई है।इसमें मुख्य योगदान घरेलू लेनदेन से जीएसटी में 13.9 प्रतिशत और वस्तुओं के आयात से जीएसटी में 8.5 प्रतिशत की वृद्धि का है। फरवरी 2024 में रिफंड के बाद शुद्ध जीएसटी राजस्व 1.51 लाख करोड़ रुपये है, जो पिछले साल के इसी महीने की तुलना में 13.6 प्रतिशत ज्यादा है।
चालू वित्त वर्ष के लिए फरवरी 2024 तक कुल सकल जीएसटी संग्रह 18.40 लाख करोड़ रुपये है, जो वित्त वर्ष 2022-23 की समान अवधि के संग्रह से 11.7 प्रतिशत अधिक है।
वित्त वर्ष 2023-24 के लिए औसत मासिक सकल संग्रह 1.67 लाख करोड़ रुपये है, जो पिछले वर्ष के 1.5 लाख करोड़ रुपये के आंकड़े से अधिक है।
चालू वित्त वर्ष के लिए फरवरी 2024 तक रिफंड के बाद शुद्ध जीएसटी राजस्व 16.36 लाख करोड़ रुपये है, जो पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 13 प्रतिशत अधिक है।
फरवरी 2024 के कलेक्शन का विवरण…
. केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर (सीजीएसटी): 31,785 करोड़ रुपये
. राज्य वस्तु एवं सेवा कर (एसजीएसटी): 39,615 करोड़ रुपये
. एकीकृत वस्तु एवं सेवा कर (आईजीएसटी): 84,098 करोड़ रुपये, जिसमें आयातित वस्तुओं पर एकत्र 38,593 करोड़ रुपये शामिल है।
. उपकर: 12,839 करोड़ रुपये, जिसमें आयातित वस्तुओं पर एकत्र 984 करोड़ रुपये शामिल है।