इंदौर। मध्य प्रदेश की व्यापारिक नगरी इंदौर में कार सवारों और बस में अकेले यात्रा करने वाले यात्रियों को निशाना बनाने वाले ठक-ठक गैंग का भंडाफोड़ हो गया है। पुलिस ने इस गैंग के पांच सदस्यों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है।
ठक-ठक एक ऐसा गैंग है, जो बाईपास सहित अन्य इलाकों में कार से यात्रा करने वालों पर छेड़छाड़ और दुर्घटना कर भागने का आरोप लगाकर लूटपाट करता है। ठक-ठक गैंग के सदस्यों को पुलिस ने तीन इमली बस स्टैंड के पास एक बस सवार के साथ लूट को अंजाम देते समय गिरफ्तार किया। यह गैंग दो महीनों में करीब 15 से ज्यादा लोगों को अपना शिकार बना चुका था।
इंदौर (जोन वन) के डीसीपी विनोद कुमार मीणा ने बताया है कि सभी पांचों आरोपी इंदौर के आजाद नगर के निवासी हैं, जो सुनसान जगहों से अकेले गुजरने वाले कार सवारों को टारगेट करते थे, जिन्हें कार से एक्सीडेंट कर भागने के नाम पर हथियारों से रोककर डराते थे और नगदी लूटकर फरार हो जाते थे। पीड़ित लूट की शिकायत नहीं करते थे, इससे बदमाशों के हौसले बुलंद थे। आरोपी तीन इमली बस स्टैंड से अकेले जाने वाले यात्रियों को सुनसान जगह पर रोककर बस में महिला से छेड़छाड़ करने का आरोप लगाकर कई बार लूट चुके हैं।
पुलिस अधिकारी के अनुसार इस गैंग का शिकार बने ऐसे ही एक व्यक्ति ने अपने साथ हुई लूट की शिकायत आजाद नगर थाने में की थी, पुलिस की जांच में पता चला कि आरोपी लूट का पैसा ऑनलाइन भी ट्रांसफर करवाते थे, इसके चलते पुलिस ने उनके अकाउंट की डिटेल के आधार पर आजाद नगर के अरशद, शाहरुख, आवेश, शाहिद और सलमान को पकड़ा। इन्होंने ठक-ठक गैंग बनाने की बात कबूली है और पंद्रह से ज्यादा लूट की वारदात किए जाने की जानकारी दी। पुलिस को इनके अकाउंट में 75 हजार रुपये के लेनदेन की जानकारी भी मिली है। इन लुटेरों के एक कियोस्क सेंटर से भी जुड़े होने की जानकारी मिली है।