नई दिल्ली। ईरान इजरायल के हमले का जवाब देने का अधिकार सुरक्षित रखता है। यह बात संयुक्त राष्ट्र में ईरान के मिशन द्वारा प्रकाशित एक पत्र में कही गयी है।
ईरानी विदेश मंत्री के पत्र में कहा गया है, “इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान, संयुक्त राष्ट्र के चार्टर और अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत निहित सिद्धांतों के अनुरूप, उचित समय पर इन आपराधिक हमलों के लिए कानूनी और वैध प्रतिक्रिया का अपना अंतर्निहित अधिकार सुरक्षित रखता है।” संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद और संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस को विदेश मंत्री अब्बास अराघची द्वारा लिखे गये पत्र में कहा गया।
ईरान ने गुटेरेस और सुरक्षा परिषद के सदस्यों से हमले के लिए इज़राइल की निंदा करने का भी आह्वान किया।
इज़रायल रक्षा बलों (आईडीएफ) ने शनिवार की रात घोषणा की कि उसने 1 अक्टूबर को यहूदी राज्य पर हुए हमलों के जवाब में ईरान में सैन्य ठिकानों पर हमला किया है। सीबीएस न्यूज़ ने एक सूत्र का हवाला देते हुए बताया कि ईरान पर इज़राइली हमला सीमित था सैन्य लक्ष्य और परमाणु या तेल सुविधाओं तक विस्तारित नहीं थे।
फ़ार्स समाचार एजेंसी ने दावा किया कि इज़रायल ने तेहरान के पश्चिम और दक्षिणपश्चिम में कई सैन्य ठिकानों पर हमला किया था। वहीं, तस्नीम समाचार एजेंसी ने कहा कि ईरानी राजधानी के पश्चिम और दक्षिण-पश्चिम में स्थित इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी, सशस्त्र बलों की विशिष्ट इकाइयां) के सैन्य केंद्रों को कोई नुकसान नहीं हुआ है।