नई दिल्ली। इजरायल और हमास के बीच अक्टूबर 2023 से युद्ध चल रहा है। वैश्विक स्तर पर दोनों देशों के बीच शांति स्थापित करने की अब तक की कोशिश नाकाम रही है। इस बीच रविवार (25 अगस्त ) को दोनों के बीच काहिरा में नए सिरे से शांति वार्ता शुरू हो होगी।
जिसमें केंद्रीय खुफिया एजेंसी (सीआईए) के प्रमुख विलियम बर्न्स और मध्य पूर्व मामलों के लिए व्हाइट हाउस के सलाहकार ब्रेट मैकगर्क हिस्सा लेंगे।
इसके अलावा कतर के प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान बिन जसीम अल थानी और मिस्र के खुफिया प्रमुख मेजर जनरल अब्बास कामेल भी मध्यस्थ के तौर पर शामिल होंगे।
अरब मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फत्ताह अल-सिसी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ टेलीफोन पर बातचीत की। इस दौरान उन्होंने इजरायल को अपने रवैए में बदलाव लाने की जरूरत पर बल दिया।
रिपोर्ट में कहा गया है कि इससे पहले मिस्र के राष्ट्रपति ने अमेरिकी राष्ट्रपति को फिलाडेल्फिया कॉरिडोर और नेटजारिम कॉरिडोर से इजरायली सैनिकों की पूरी तरह वापसी की मांग के बारे में बताया था।
19 अगस्त को तेल अवीव में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के बीच तीन घंटे तक एक बैठक चली थी। इसमें नेतन्याहू ने कहा था कि उनका देश फिलाडेल्फिया और नेटजारिम कॉरिडोर से सैनिकों को वापस बुलाएगा।
हालांकि, बाद में पीएम नेतन्याहू ने यह भी कहा था कि इजरायल इन क्षेत्रों से सैनिकों को वापस नहीं बुलाएगा, क्योंकि उनके हटने के बाद हमास के आतंकी गाजा में घुस जाएंगे और हथियारों की तस्करी भी करेंगे।
अरब मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, हमास प्रमुख याह्या सिनवार ने अपनी ओर से खलील अल-हय्या और वरिष्ठ हमास नेता गाजी हमद को मध्यस्थता वार्ता में भाग लेने का निर्देश दिया है।
इस बीच, बंधक और लापता परिवार फोरम ने बंधकों को वापस घर लाने के लिए बड़े पैमाने पर प्रदर्शन किया। उन्होंने गाजा में हमास की हिरासत में रखे गए बंधकों को वापस लाने के लिए प्रधानमंत्री नेतन्याहू के आवास के बाहर प्रदर्शन किया।
ज्ञात हो कि 7 अक्टूबर, 2023 को हमास हमलावरों ने इजरायल में घुसकर 1,200 लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी थी। इसके अलावा 251 लोगों को बंधक बना लिया था। इजरायल सरकार के अनुसार, हमास की हिरासत में 111 बंधक हैं, जिनमें से 39 की मौत हो चुकी है।