नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने शुक्रवार को म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन के दौरान अपनी कनाडाई समकक्ष मेलानी जोली से मुलाकात की और द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की।
यह चर्चा दोनों देशों के बीच चल रहे राजनयिक विवाद के बीच हुई, जिसमें कनाडा ने भारत पर पिछले साल सरे में खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर को मारने का आरोप लगाया था और भारत ने इस आरोप को खारिज कर दिया था।
जयशंकर ने एक्स पर लिखा, हमारी बातचीत स्पष्ट रूप से हमारे द्विपक्षीय संबंधों की वर्तमान स्थिति पर केंद्रित थी। वैश्विक स्थिति पर विचारों का आदान-प्रदान करने के लिए भी उपयोगी थी।
गौरतलब है कि हाल ही में, कनाडा ने भारत को एक विदेशी ख़तरे के रूप में नामित किया, जो संभावित रूप से उनके चुनावों में हस्तक्षेप कर सकता है।
भारत ने इसका खंडन करते हुए कहा था कि कनाडा अपनी धरती पर अलगाववादियों, आतंकवादियों और भारत विरोधी तत्वों को शरण दे रहा है।
इससे पहले, विदेश मंत्री ने अपने जर्मन समकक्ष एनालेना बेयरबॉक से मुलाकात की और वैश्विक चुनौतियों से निपटने पर बातचीत की।
दोनों नेताओं ने अगली भारत-जर्मनी अंतर-सरकारी परामर्श बैठक की तैयारियों की भी समीक्षा की।
उन्होंने लाल सागर में समुद्री सुरक्षा पर चर्चा के लिए सम्मेलन से इतर अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन से भी मुलाकात की।
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने शुक्रवार को जारी एक बयान में कहा, सचिव ब्लिंकन ने इस बात पर प्रकाश डाला कि लाल सागर में समुद्री सुरक्षा के लिए संबंधित अमेरिकी और भारतीय दृष्टिकोण परस्पर मजबूत हैं और क्षेत्र में आर्थिक स्थिरता की सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
मिलर ने कहा कि दोनों नेताओं ने मध्य पूर्व में स्थायी शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए चल रहे कार्यों पर भी चर्चा की।
गौरतलब है कि 60वां म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन (एमएससी), जो शुक्रवार को शुरू हुआ।