भोपाल। खेलो एमपी यूथ गेम्स-2023 का समापन गुरुवार को हुआ। पहले खेलो एमपी यूथ गेम्स में इंदौर ज़िले ने शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए ओवरऑल चैंपियनशिप की ट्रॉफ़ी अपने नाम की। इंदौर 42 स्वर्ण, 32 रजत और 24 कांस्य सहित कुल 98 पदक लेकर पहले स्थान पर रहा। जबलपुर 24 स्वर्ण, 27 रजत और 35 कांस्य पदक, कुल 86 पदक लेकर दूसरे स्थान पर रहा। भोपाल 24 स्वर्ण, 27 रजत और 35 कांस्य पदक लेकर कुल 77 पदक के साथ तीसरे स्थान पर अपनी जगह बनाई। उज्जैन 9 स्वर्ण, 13 रजत और 17 कांस्य पदक सहित कुल 39 पदकों के साथ चौथे स्थान पर रहा।
टी.टी. नगर स्टेडियम में हुए समापन समारोह में अपर मुख्य सचिव गृह श्री राजेश राजौरा ने खिलाड़ियों को ट्रॉफी प्रदान की। उन्होंने कहा कि ये बहुत ही गर्व का विषय है कि मध्यप्रदेश एक ऐसा राज्य बनकर उभरा है, जहाँ पर विकासखंड स्तर से लेकर जिला संभाग और राज्य स्तर पर खेल प्रतियोगिताएँ आयोजित की गईं, जिसमें लगभग एक लाख खिलाड़ियों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। खेलो इंडिया यूथ गेम्स और आईएसएसएफ़ वर्ल्ड कप शूटिंग प्रतियोगिता की सफलता ने मध्यप्रदेश को एक नये मुक़ाम पर पहुँचा दिया है। जो प्रतिभा देखने का मौक़ा मिला है वो अद्भुत है। समाज में खेलों के प्रति जागरूकता बढ़ी है। मध्यप्रदेश खेलों के क्षेत्र में बाज़ी मार रहा है। एशियन गेम्स में मध्यप्रदेश के खिलाड़ियों ने एक नया इतिहास रच दिया है। खेलों एमपी यूथ गेम्स से ऐसे खिलाड़ी निश्चित तौर पर उभरकर आएँगे, जो भविष्य में अपना नाम अंतर्राष्ट्रीय मंच पर रोशन करेंगे। राजौरा ने कहा कि ग्रामीण अंचलों से नई प्रतिभाएँ उभर कर आ रही हैं। अब हर वर्ष खेलो एमपी यूथ गेम्स का आयोजन होगा तथा भविष्य में और बेहतर प्रदर्शन देखने मिलेंगे।
खेलो एमपी यूथ गेम्स में दलीय एवं व्यक्तिगत खेल के खिलाड़ियों को प्रथम पुरस्कार 31 हजार रूपये, द्वितीय पुरस्कार 21 हजार रूपये, तृतीय और चतुर्थ पुरस्कार पाने वाले खिलाड़ियों को 11 हजार रूपये से पुरस्कृत किया गया। एमपी यूथ गेम्स में कुल 2 करोड़ रूपये की राशि पुरस्कार के रूप में वितरित की गई।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश में खेलों के प्रति युवाओं को जागरूक करने, खेल को सर्व-सुलभ बनाने, ग्रामीण एवं आदिवासी क्षेत्रों के प्रतिभावान खिलाड़ियों की पहचान और उन्हें खेलों की तकनीकी पद्धति से प्रशिक्षण प्रदान करने के लिये प्रदेश में कई अभिनव पहल की जा रही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल में पहली बार हुए खेलो इण्डिया यूथ गेम्स की सफलता के बाद घोषणा की थी कि “खेलो इण्डिया यूथ गेम्स” की तर्ज पर मध्यप्रदेश में “खेलो एमपी यूथ गेम्स” का आयोजन भी किया जाएगा। इस कड़ी में 12 से 28 सितम्बर तक प्रदेश में विभिन्न चरणों में खेल प्रतियोगिताएँ आयोजित की गईं।
खेलो एमपी यूथ गेम्स का आयोजन प्रदेश के सभी 52 जिलों के 313 विकासखण्डों में किया गया। यूथ गेम्स 4 चरणों, ब्लॉक, जिला, संभाग एवं राज्य-स्तर पर किया गया। ब्लॉक-स्तरीय चयन स्पर्धा 12 से 14 सितंबर, जिला-स्तरीय प्रतियोगिता 16 से 18 सितंबर, संभाग-स्तरीय 20 से 23 सितंबर तथा राज्य-स्तरीय खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन एक से 5 अक्टूबर तक किया गया।
राज्य-स्तर पर प्रदेश के 8 संभाग भोपाल, ग्वालियर, इंदौर, जबलपुर, रीवा, सागर, उज्जैन एवं शहडोल की टीमों ने सहभागिता की। 24 खेलों में राज्य-स्तरीय प्रतियोगिताएँ प्रदेश के 7 शहर भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, शिवपुरी, उज्जैन, रीवा एवं जबलपुर में हुईं।
जिला एवं संभाग स्तर पर प्रदेश में प्रचलित 18 खेल एथलेटिक्स, बॉस्केट-बॉल, बैडमिंटन, बॉक्सिंग, फुटबॉल, हॉकी, जूडो, कबड्डी, खो-खो, मलखम्ब, तैराकी, वेट-लिफ्टिंग, कुश्ती, टेबिल-टेनिस, योगासन, व्हॉलीबॉल, टेनिस और शतरंज का आयोजन किया गया।
राज्य-स्तर पर 6 खेल ताइक्वांडो, फैंसिंग, रोइंग, क्याकिंग-कनोइंग, शूटिंग एवं आर्चरी जैसे खेलों का आयोजन किया गया। राज्य-स्तर पर एथलेटिक्स, शूटिंग प्रतियोगिताएँ स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स शिवपुरी में हुईं। भोपाल के टी.टी. नगर स्टेडियम में बॉक्सिंग, ताक्वांडो, जूडो, फैंसिंग, टेनिस, फुटबॉल, व्हॉलीबॉल, कुश्ती, शतरंज प्रतियोगिताएँ खेली गईं। भोपाल की बड़ी झील में कयाकिंग-कनोइंग और रोइंग तथा प्रकाश तरण पुष्कर में तैराकी प्रतियोगिता, इंदौर के बॉस्केट-बॉल कॉम्प्लेक्स में बॉस्केट-बॉल और वेट-लिफ्टिंग प्रतियोगिताएँ तथा एमरॉल्ड हाइट्स स्कूल में टेबल-टेनिस के मुकाबले हुए। ग्वालियर में मध्यप्रदेश बेडमिंटन अकादमी बेडमिंटन और मध्यप्रदेश महिला हॉकी अकादमी कम्पू ग्वालियर में हॉकी की प्रतियोगिताएँ, स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स उज्जैन में मलखम्ब और योगासन, जबलपुर के रानीताल स्पोर्टस कॉम्प्लेक्स में खो-खो एवं तीरंदाजी तथा स्पोर्टस कॉम्प्लेक्स रीवा में कबड्डी के शानदार मुकाबले खेले गये।