भोपाल और इंदौर के बाद जबलपुर, ग्वालियर में भी मेट्रो रेल की योजना : मोहन यादव

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भोपाल। मध्य प्रदेश के दो प्रमुख शहरों राजधानी भोपाल और इंदौर में मेट्रो रेल परियोजना पर काम जारी है। राजधानी में आठ स्टेशनों का भूमि पूजन करते हुए मुख्यमंत्री डाॅ. मोहन यादव ने वादा किया कि भोपाल व इंदौर के बाद जबलपुर, ग्वालियर में भी मेट्रो रेल की योजना है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि शहरों में स्वच्छता, मेट्रो जैसे अत्याधुनिक परिवहन साधन, युवाओं को रोजगार आज की प्राथमिकताएं हैं। आज एक मंच पर बहुआयामी कार्यक्रम के माध्यम से इन क्षेत्रों में प्रोत्साहन, नए कार्यों की शुरूआत और नवनियुक्त कर्मचारियों को नियुक्ति प्रदान करने का महत्ती कार्य हो रहा है। यह एक लघु कुंभ की तरह है, जिसमें अलग-अलग तरह के हितग्राहियों, शासकीय सेवकों और संस्थाओं को पुरस्कृत किया जा रहा है।

उन्होंने राजधानी के लाल परेड ग्राउंड में स्वच्छ सर्वेक्षण-2023 में श्रेष्ठ कार्य के लिए चयनित नगरीय निकायों को पुरस्कृत और नवनियुक्त कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र देते हुए नगरीय निकायों के विकास कार्यों के लिए 1,000 करोड़ रुपए की राशि का अंतरण किया। भोपाल मेट्रो परियोजना के दूसरे चरण के लिए आठ स्टेशनों का भूमि पूजन भी किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक समय था जब मेट्रो ट्रेन प्रदेशवासियों के लिए एक सपना था। भोपाल और इंदौर के बाद जबलपुर, ग्वालियर और प्रदेश के अन्य प्रमुख शहरों में भी मेट्रो रेल लाइन के निर्माण की योजना है। प्रदेश में रेलवे क्रासिंग खत्म करने के लिए 105 रेलवे ओवर ब्रिज निर्माण के साथ 334 पुलों के निर्माण की प्रक्रिया प्रारंभ की गई है।

उन्होंने कार्यक्रम में ‘स्वच्छ हम‘ पुस्तिका एवं “जल मल प्रबंधन नीति 2024’’ का विमोचन भी किया। मुख्यमंत्री ने रिमोट का बटन दबाकर 8,837 नवनियुक्त कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए। उन्होंने प्रतीक स्वरूप 17 नियुक्ति पत्र मंच पर प्रदान किए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से अपने संबोधन में राष्ट्रवासियों से स्वच्छता अभियान में भागीदारी का आह्वान किया था। पूरा देश स्वच्छता अभियान के अंतर्गत नगरों, कस्बों और ग्रामों में उदाहरण स्थापित कर रहा है। मध्य प्रदेश को स्वच्छता क्षेत्र में अग्रणी होने का सौभाग्य मिला है। जहां इंदौर शहर सातवीं बार स्वच्छतम शहर के रूप में चुना गया, वहीं, भोपाल श्रेष्ठ स्वच्छ राजधानी चुनी गई है। भोपाल देश में भी पांचवें क्रम पर स्वच्छ शहर है। नगरीय प्रशासन एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि नगरीय निकायों से जुड़े जनप्रतिनिधियों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। शहरों में नागरिक सर्वाधिक अपेक्षाएं पार्षदों से करते हैं, यह स्वाभाविक भी है। स्वच्छ सर्वेक्षण में इंदौर और प्रदेश के अन्य नगरों को अच्छे कार्य के लिए भारत सरकार ने चयनित किया। इसके साथ ही जोनल अवॉर्ड के अंतर्गत विभिन्न निकायों को प्रोत्साहित किया जा रहा है।

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