नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश विधान परिषद की दो सीटों के लिए उपचुनाव 12 जुलाई को होंगे। चुनाव आयोग ने मंगलवार को इसकी घोषणा की।
सी. रामचंद्रैया की अयोग्यता और शेख मोहम्मद इकबाल के इस्तीफे के कारण खाली सीटों को भरने के लिए उपचुनाव होगा।
2021 में वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के टिकट पर एमएलसी चुने गए रामचंद्रैया को इस साल मार्च में तब अयोग्य घोषित कर दिया गया, जब वे तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) में शामिल हो गए।
इकबाल ने एमएलसी के पद से इस्तीफा दे दिया था और अप्रैल में वाईएसआरसीपी छोड़ टीडीपी में शामिल हो गए थे। दोनों का कार्यकाल 29 मार्च 2027 तक था।
चुनाव आयोग 25 जून को उपचुनाव के लिए अधिसूचना जारी करेगा। नामांकन 2 जुलाई तक किए जा सकेंगे, जबकि नामांकन की जांच 3 जुलाई को होगी।
नाम वापस लेने की अंतिम तिथि 5 जुलाई है। मतदान 12 जुलाई को होगा और उसी दिन मतगणना होगी।
175 सदस्यीय विधानसभा में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की संख्या को देखते हुए, दोनों सीटों पर उसका जीतना तय है।
हाल के विधानसभा चुनावों में एनडीए को 164 सीटें मिली थीं। अकेले टीडीपी ने 135 सीटें जीती थीं। इसकी सहयोगी जन सेना पार्टी (जेएसपी) और भाजपा को क्रमशः 21 और आठ सीटें मिलीं थीं।
विधान परिषद के अध्यक्ष कोये मोशेनु राजू ने इस साल मार्च में वाईएसआरसीपी के बागी एमएलसी वामसी कृष्ण यादव और सी. रामचंद्रैया को अयोग्य घोषित कर दिया था। राज्य में तत्कालीन सत्तारूढ़ पार्टी वाईएसआरसीपी ने उन्हें अयोग्य घोषित करने की मांग की थी।
रामचंद्रैया एमएलए कोटे के तहत एमएलसी चुने गए थे, जबकि वामसी स्थानीय निकाय कोटे के तहत चुने गए थे।
वामसी के इस्तीफे से खाली हुई सीट को भरने के लिए उपचुनाव की घोषणा बाद में होने की संभावना है।