नई दिल्ली। केरल के सबसे लोकप्रिय राजनेताओं में से एक और दो बार के कांग्रेस मुख्यमंत्री ओमन चांडी का मंगलवार तड़के बेंगलुरु के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। चांडी 79 वर्ष के थे। वह गले के कैंसर से पीड़ित थे।
उनके सम्मान में केरल सरकार ने मंगलवार को सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है और राज्य सरकार ने दो दिन का शोक भी घोषित किया है।
वह केरल विधानसभा के इतिहास में राज्य में सबसे लंबे समय तक विधायक रहने के रिकॉर्ड में दर्ज हैं। उन्होंने 1970 में कोट्टायम जिले में अपने गृह निर्वाचन क्षेत्र पुथुपल्ली से अपना पहला चुनाव जीता था।
जब उनका निधन हुआ तो वह पुथुपल्ली से विधायक थे और लगातार 53 वर्षों तक विधायक रहे।
उनके परिवार के करीबी सदस्यों के अनुसार उनके पार्थिव शरीर को मंगलवार को ही बेंगलुरु से तिरुवनंतपुरम लाया जाएगा और अंतिम संस्कार बुधवार को पुथुपल्ली में उनके गृहनगर में होगा।
मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने चांडी के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उन दोनों ने 1970 में केरल विधानसभा में पहली बार प्रवेश किया था।
विजयन ने कहा, “हमने छात्र राजनीति के माध्यम से अपनी राजनीतिक यात्रा एक साथ शुरू की और बहुत लंबे समय तक जारी रखी। चांडी हमेशा लोगों के साथ थे और उन्हें अलविदा कहना कठिन है।
उनके लंबे समय तक करीबी सहयोगी और देश के सबसे लंबे समय तक रक्षा मंत्री रहे एके एंटनी ने कहा कि चांडी का निधन उनके और उनके परिवार के लिए सबसे बड़ी क्षति है।
दुखी एंटनी ने कहा, “यदि चांडी नहीं होते, तो मैं शादी नहीं करता। उनकी पत्नी ने ही मेरे जीवन साथी-एलिजाबेथ को चुना। वह केरल के सबसे लोकप्रिय राजनेता के रूप में जाने जाएंगे। उनकी एकमात्र सोच यही थी कि लोगों की मदद कैसे की जाए। केरल को चांडी की बहुत याद आएगी।