भोपाल। विश्व के सबसे बड़े रक्षाबंधन उत्सव का रविवार को समापन हुआ। इस वर्ष चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग को रिकॉर्ड 1 लाख 41 हज़ार 324 बहनों ने रक्षा-सूत्र बांधकर नवीन कीर्तिमान स्थापित किया है। विगत 14 वर्षों से नरेला विधानसभा में आयोजित किये जा रहे विश्व के सबसे बड़े रक्षाबंधन उत्सव में क्षेत्र के प्रत्येक 17 वार्ड में हज़ारों बहनों ने मंत्री सारंग के दोनों हाथों में रक्षासूत्र बांधे।
मंत्री सारंग ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले वर्ष 1 लाख 12 हज़ार से अधिक बहनों ने राखी बांधी थी। वहीं इस वर्ष यह संख्या और बढ़ गई। उन्होंने कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि नरेला परिवार की बहनें हर वर्ष हजारों की संख्या में पहुंचकर अपना स्नेह और आशीर्वाद प्रदान करती है। यही मुझे क्षेत्र के समग्र विकास के लिये शक्ति प्रदान करता है।
मंत्री सारंग ने बहनों से संवाद के दौरान कहा कि 2008 के पहले के नरेला में और आज के नरेला में अंतर स्पष्ट रूप से नज़र आता है। उन्होंने कहा कि इसके लिये “विश्वास विजय वाहिनी” का गठन किया जायेगा। इससे जुड़ने के लिये 8000617207 पर मिस्ड कॉल करना होगा।
नरेला रक्षाबंधन उत्सव के अंतिम दिन बारिश के बीच भी बहनों का उत्साह कम नहीं हुआ। नरेला विधानसभा अंतर्गत वार्ड 38 में आयोजित कार्यक्रम में सभी बहनें अपने भैया विश्वास सारंग को रक्षासूत्र बांधने के लिये बड़ी आतुर थीं। मंत्री सारंग के कार्यक्रम स्थल पहुँचते ही सभी बहनों ने उनपर पुष्पवर्षा कर उनका स्नेहील स्वागत किया। सारंग ने सभी बहनों अभिवादन स्वीकार किया एवं आभार प्रकट किया। राखी बांधने आयी बहनों को उपहार स्वरूप छाता दिया गया। कार्यक्रम स्थल पर बच्चों के खेलने के लिये झूले भी लगाये गए थे।
विगत 14 वर्षों से विश्व के सबसे बड़े रक्षाबंधन उत्सव में हजारों की संख्या में प्रतिवर्ष मंत्री सारंग को रक्षा-सूत्र बांधने पहुंचती हैं। पिछले वर्ष हुए आयोजन में 1 लाख 12 हज़ार से अधिक बहनें शामिल हुई थीं। वहीं इसबार रिकॉर्ड 1 लाख 41 हजार 324 से अधिक बहनों ने मंत्री सारंग को रक्षा-सूत्र बांधें हैं। उल्लेखनीय है कि यह रक्षाबंधन उत्सव विश्व रिकॉर्ड में दर्ज हो चुका है।
वार्ड 38 एकतापुरी दशहरा मैदान स्थित मुख्य कार्यक्रम स्थल पहुंचने के पहले सेमरा मंडी चौराहे से लेकर एकतापुरी तक मंत्री सारंग का भव्य स्वागत किया गया। यहां कार्यकर्ताओं द्वारा बग्गी के साथ दोपहिया और चार पहिया वाहनों पर रैली निकाली गई।