नई दिल्ली/भोपाल। रिवेम्प्ड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम (आरडीएसएस) के तहत इंदौर संभाग के बुरहानपुर जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में दो वर्षों में केंद्र एवं राज्य शासन की मदद से कुल 186 करोड़ के कार्य कराए जाएंगे। ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा कि नए कार्यों से आगामी दस वर्षों की बिजली वितरण व्यवस्था सुदृढ़ीकृत होगी।
मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध निदेशक अमित तोमर ने बताया कि नए ग्रिड, क्षमता वृद्धि, नए वितरण ट्रांसफार्मर, अंडर ग्राउंड केबल, केपेसिटर बैंक, मिक्स फीडर का विभक्तिकरण, पुराने कंडक्टर (तारों) की बजाए ज्यादा क्षमता के नए तार लगाने का कार्य प्राथमिकता के आधार पर प्रारंभ किया गया है। उन्होंने बताया कि 23 करोड़ की लागत से जिले के बुरहानपुर एवं नेपानगर विस क्षेत्र में 33/11 केवी के अत्याधुनिक तकनीक के 8 ग्रिड बनाए जाएंगे। लगभग 725 किमी क्षेत्र में निम्न दाब केबलीकरण करीब 23 करोड़ से, 33/11 केवी के 423 किमी क्षेत्र में कंडक्टर की क्षमता में वृद्धि 20 करोड़ से होगी।
इसी तरह 337 क्रिटिकल क्षेत्रों में अतिरिक्त ट्रांसपार्मर करीब 31 करोड़ की लागत से लगाए जाएंगे। करीब 12 करोड़ से उच्चदाब लाइनों का 95 किमी क्षेत्र में विभक्तिकरण होगा। साथ ही केपेसिटर बैंक, कृषि फीडरों की हाइटेक मानिटरिंग, पुराने ग्रिडों की क्षमता में वृद्धि, ग्रिडों की लाइनों का कार्य 700 स्थानों पर नए ट्रांसफार्मर या क्षमता वृद्धि के कार्य कराए जाएंगे। ग्रामीण क्षेत्र के मिक्स फीडरों का विभक्तिकरण किया जाएगा। अब कृषि की बिजली के लिए शत-प्रतिशत पृथक फीडर होंगे, अन्य उपय़ोग के लिए अलग से फीडर होंगे।