भोपाल। ‘’विकास का मूल मंत्र – आत्मनिर्भर नारी’’ पर केंद्रित मध्यप्रदेश की झांकी दिल्ली में गणतंत्र दिवस समारोह 2024 की शोभा बढ़ाएगी। झांकी में प्रदेश की समृद्धि, संस्कृति और महिला सशक्तिकरण का प्रदर्शन होगा। राष्ट्रीय रंगशाला कैंप में राज्यों की झांकी के प्रेस प्रिव्यू में प्रदेश की कला और संस्कृति का मनमोहक संगम आकर्षण का केंद्र रहा।
प्रदेश की झांकी आत्मनिर्भर और प्रगतिशील नारीशक्ति पर केंद्रित है। आधुनिक सेवा क्षेत्र, लघु उद्योग और पारंपरिक क्षेत्र में समान रूप से सक्रिय प्रदेश की महिलाओं की उन्नति को इस झांकी में दर्शाया गया है। झांकी में खेत-खलिहान से लेकर एयरफोर्स में प्रदेश की नारियों की सशक्त सहभागिता का प्रदर्शन किया गया है।
झांकी के अग्रभाग में भारतीय वायुसेना की प्रथम महिला फाइटर पायलट रीवा जिले की अवनी चतुर्वेदी मिग बाइसन लड़ाकू विमान के साथ दिखाई गई हैं। अग्रभाग के निचले हिस्से में गोंड चित्रकारी प्रदर्शित की गई है।
झांकी के मध्य भाग में महिला कलाकार मटके पर चित्रकारी का सजीव प्रदर्शन कर रही है। चंदेरी के बादल महल गेट की पृष्ठभूमि में बुनकर महिलाएं चंदेरी, महेश्वरी और बाघ प्रिंट साड़ियों का विक्रय के लिये प्रदर्शन कर रही हैं। मध्य भाग के निचले हिस्से में पद्मश्री से सम्मानित श्रीमती दुर्गाबाई की गोंड भित्ति चित्रकारी और साथ में स्टोन कार्विंग करते हुए महिला कलाकार दिखाई दे रही है।
झांकी के पृष्ठ भाग में “मिलेट वूमन ऑफ़ इंडिया” के बैनर के नीचे बांस टोकनियों में रखे विभिन्न प्रकार के श्रीअन्न के साथ डिंडोरी जिले की सुश्री लहरी बाई की प्रतिकृति दिखाई गई है। इसके निचले हिस्से में विभिन्न श्रीअन्न से निर्मित भित्ति चित्र दिखाए गए हैं।
झांकी के साथ “विकसित-सक्षम-सशक्त-समृद्ध, हमारा प्यारा मध्यप्रदेश” की धुन पर महिला कलाकारों का समूह मालवा अंचल का मटकी लोक नृत्य करता दर्शाया गया है।