नई दिल्ली। वाशिंगटन डीसी में छात्रों को अब सिख समुदाय के बारे में जानने का मौका मिलेगा। डिस्ट्रिक्ट ऑफ कोलंबिया स्टेट बोर्ड ऑफ एजुकेशन ने नए सामाजिक अध्ययन मानकों के पक्ष में मतदान किया है, जिसमें सिख धर्म को स्कूल पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा।
अमेरिका के 17 प्रांतों में पहले से ही स्कूल में सिख धर्म के बारे में पढ़ाया जाता है।
सिख कोएलिशन की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि नए मानक राज्य में लगभग 49,800 छात्रों को सिख समुदाय के बारे में जानने का अवसर देंगे।
सिख कोएलिशन के शिक्षा निदेशक हरमन सिंह ने घोषणा का स्वागत करते हुए कहा, समावेशी और सटीक मानक कट्टरता से निपटने और डराने-धमकाने की घटनाओं को कम करने के लिए एक महत्वपूर्ण पहला कदम है। वे आधारभूत सांस्कृतिक योग्यता को बढ़ाकर और अज्ञानता को कम करके सभी छात्रों को लाभान्वित करते हैं।
वर्जीनिया स्टेट बोर्ड ऑफ एजुकेशन ने इस साल अप्रैल में इतिहास और सामाजिक विज्ञान के पढ़ाई के नए मानकों के पक्ष में मतदान किया, जिसमें सिख धर्म भी शामिल है।
सिख समुदाय के एक प्रमुख सदस्य दलजीत सिंह साहनी ने कहा, ये नए मानक हमारे देश की राजधानी में छात्रों को अपनी कक्षाओं में सिखी और सिख अमेरिकियों के अनुभवों के बारे में जानने का अवसर प्रदान करेंगे।
साहनी ने कहा, समावेशी मानक यह सुनिश्चित करने के लिए अभिन्न अंग हैं कि सिखों को देखा और सुना जाए।
सिख कोएलिशन के एक बयान में कहा गया है कि इन प्रयासों का मतलब है कि ढाई करोड़ से अधिक छात्रों को अधिक समावेशी और समग्र शिक्षा का अनुभव लेने का अवसर मिलेगा।
सिख धर्म दुनिया का पांचवां सबसे बड़ा धर्म है और समुदाय ने नागरिक अधिकारों, राजनीति, कृषि, इंजीनियरिंग और चिकित्सा के क्षेत्र में 125 वर्षों से अधिक समय से अमेरिकी समाज में योगदान दिया है।