तेलंगाना सरकार अगले महीने पेश करेगी नई पर्यटन नीति

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नई दिल्ली। तेलंगाना सरकार आगामी 10 फरवरी तक अपनी नई पर्यटन नीति को अंतिम रूप देगी। मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने बुधवार को राज्य में पर्यटन विकास पर एक समीक्षा बैठक के दौरान यह निर्णय लिया।

मुख्यमंत्री ने इको-टूरिज्म और मंदिर पर्यटन को बढ़ावा देने और हैदराबाद में पर्यटन सर्किट विकसित करने के लिए प्रमुख सुझाव दिए।

उन्होंने अधिकारियों से अन्य देशों व दूसरे राज्यों की सर्वोत्तम पर्यटन नीतियों का अध्ययन करने और 10 फरवरी तक नई तेलंगाना पर्यटन नीति तैयार करने को कहा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि नई पर्यटन नीति का उद्देश्य बड़ी संख्या में घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों को आकर्षित करना होना चाहिए।

अधिकारियों को पर्यावरण और मंदिर पर्यटन पर अधिक ध्यान केंद्रित करने का सुझाव देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रतिष्ठित “सम्मक्का-सरलम्मा” जतरा के दौरान भक्तों और पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए राजस्व, वन और पर्यटन विभागों के बीच एक संयुक्त कार्य योजना की आवश्यकता है।

अधिक पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए जतरा के दौरान आसपास के पर्यटन क्षेत्रों और मंदिरों को जोड़ने वाला एक पर्यटन सर्किट भी विकसित किया जाना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को आदिलाबाद, वारंगल और नागार्जुन सागर जैसे क्षेत्रों में पर्यावरण-पर्यटन विकसित करने की योजना पर विचार करने का आदेश दिया।

राज्य सरकार राज्य में पर्यटन के बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए सिंगापुर शैली की इको-टूरिज्म नीतियों का अध्ययन करेगी।

आगामी गोदावरी और कृष्ण पुष्पाकरम के मद्देनजर मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने अधिकारियों से देश भर से श्रद्धालुओं और पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए योजना तैयार करने को कहा।

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