उज्जैन। मध्य प्रदेश में करप्शन का एक और मामला सामने आया है। उज्जैन में पीएचई की अस्सिटेंट इंजीनियर को लोकायुक्त ने 60 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
महिला अधिकारी ने ठेकेदार से बिल पास करने के एवज घूस मांगी थी। सहायक यंत्री ने रिश्वत की रकम अपनी टेबल की दराज में रख ली थी, इतने में लोकायुक्त टीम ने पहुंचकर उन्हें पकड़ लिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार गिरफ्तार हुईं निधि मिश्रा पीएचई विभाग में सहायक इंजीनियर के पद पर पदस्थ हैं। उनके खिलाफ ठेकेदार अक्षय पाटीदार ने शिकायत की थी। ठेकेदार ने अपनी शिकायत में कहा था कि 2022 में जल जीवन मिशन योजना के तहत उज्जैन के घट्टिया तहसील के गांवों में काम किया था। कोरोना की वजह से समय पर काम पूरा नहीं हो पाया। चार महीने की देरी पर विभाग ने 10 लाख रुपए का बिल रोक दिया था।