नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को लखनऊ स्थित सरकारी आवास में मृत कारोबारी मोहित पांडेय के परिजनों से मुलाकात की। 26 अक्टूबर को पांडेय की चिनहट थाने में मौत हो गई थी। परिवार का आरोप था कि मोहित की मौत पिटाई से हुई थी।
उन्होंने पीड़ित परिवार को दस लाख रुपये, आवास, बच्चों की निःशुल्क शिक्षा व शासन की योजनाओं का लाभ दिलाने का निर्देश दिया। सीएम योगी ने पीड़ित परिवारजनों को आश्वासन दिया कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। किसी भी सूरत में दोषी बख्शे नहीं जाएंगे।
मुख्यमंत्री योगी के सरकारी आवास पर सोमवार सुबह मोहित पांडेय की मां तपेश्वरी देवी, पत्नी व बच्चे पहुंचे। यहां उन्होंने मुख्यमंत्री के समक्ष अपना दर्द रखा। सीएम ने मोहित के परिजनों को दस लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की। साथ ही आवास, बच्चों की निःशुल्क शिक्षा समेत शासन की समस्त योजनाओं का लाभ दिलाने का निर्देश दिया।
सीएम योगी से मुलाकात के उपरांत मोहित पांडेय के परिजन संतुष्ट दिखे। मोहित की मां तपेश्वरी देवी ने कहा कि मुख्यमंत्री से मिलकर हम संतुष्ट हैं। उन्होंने बताया कि सीएम योगी ने कहा कि मामला उनके संज्ञान में है। इस मामले में किसी भी प्रकार की ढिलाई नहीं होगी। जांच के उपरांत जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई होगी।
मुलाकात के दौरान भाजपा विधायक योगेश कुमार शुक्ल और पार्षद शैलेंद्र वर्मा भी मौजूद रहे।
बता दें कि लखनऊ के चिनहट थाने में पुलिस कस्टडी में एक युवक की मौत के बाद से प्रदेश की सियासत गर्माई हुई है। इस मामले में लखनऊ पुलिस कमिश्नर ने बड़ी कार्रवाई करते हुए रविवार को चिनहट थाने के प्रभारी (एसएचओ) अश्विनी चतुर्वेदी को उनके पद से हटा दिया गया है, वहीं उनकी जगह सब इंस्पेक्टर भरत पाठक को चिनहट थाने का नया थाना प्रभारी नियुक्त किया गया।