इंदौर। मध्य प्रदेश में डेंगू का खतरा मंडरा रहा है, यही कारण है कि इंदौर में तो आमजन को सजग रहने की हिदायत दी गई है। प्रशासन की ओर से जारी किए गए निर्देशों में कहा गया है कि भारी वर्षा के बाद जलजमाव की स्थितियां होती है, ऐसी स्थिति में मलेरिया, डेंगू का प्रकोप बढ़ जाता है। डेंगू बीमारी एडीज नामक मच्छर के काटने से होती है। यह मच्छर साफ पानी से भरे टैंक, टायर, सीमेन्ट की टंकियों, मटके, बाल्टियों, कूलर, छत पर रखे अनुपयोगी सामान, टूटे-फूटे बर्तन, पानी से भरे पॉलीथिन में अंडे देता है।
साथ ही साथ सीधे रखे खाली गमले, मटके एवं अन्य पानी से भरे बर्तन व सामान, कबाड़ियों द्वारा खुले में रखे गए सामान, पशुओं को पानी पिलाने के लिए रखे गए हौज में भी एडीज के लार्वा पाए जाते हैं, जिसे आमजन इसे पानी के कीड़े समझती है।
नागरिकों से कहा गया है कि वे इन्हें नष्ट करें, पानी को जमा न होने दें, उपयोग करने के पानी को अच्छी तरह से ढक कर रखें तथा उनमें एक छोटी चम्मच मीठा तेल डालें, बाहर गड्ढों तथा नालियों में जला हुआ तेल डालें।
यह मच्छर दिन के समय काटता है, इसलिए पूरी आस्तीन के कपड़ेे पहनें, रात के समय मच्छरदानी का प्रयोग करें, घर में नीम की पत्तियों का धुंआ करें, मच्छर रोधी क्रीम व अगरबत्ती का प्रयोग करें।
बताया गया है कि डेंगू के प्रकोप से बचने के लिए लार्वा तथा मच्छरों को नष्ट करने की कार्रवाई स्वास्थ्य विभाग लगातार कर रहा है।