भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में संविदा पर कार्यरत इंजीनियर के निवास पर लोकायुक्त पुलिस टीम ने दबिश दी। इंजीनियर के निवास से बेनामी संपत्ति के दस्तावेज मिले, लगभग छह करोड़ रुपए की संपत्ति का खुलासा हुआ है।लोकायुक्त पुलिस कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, प्रदीप कुमार जैन सेवानिवृत सिटी इंजीनियर नगर निगम भोपाल तथा वर्तमान में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट भोपाल में संविदा पर अधीक्षण यंत्री के पद पर हैं। उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने की शिकायत मिली थी। पुलिस अधीक्षक कार्यालय ने जब शिकायत का सत्यापन कराया तो सत्यता की पुष्टि हुई, इसके बाद उनके खिलाफ कार्रवाई की गई।
शिकायत के सत्यापन करने पर पाया गया कि प्राथमिक तौर पर लगभग 300 प्रतिशत बेनामी संपत्ति अर्जित की गई है। जांच के दौरान मिले प्रमाणों के आधार पर प्रदीप कुमार जैन के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत अपराध दर्ज कर न्यायालय से सर्च वारंट प्राप्त कर शुक्रवार को उनके आवास और कार्यालय पर लोकायुक्त की दो टीमों द्वारा तलाशी कार्रवाई की गई।
जैन के आवास से पांच करोड़ से ज्यादा की अचल सम्पति, 85 लाख से ज्यादा के जेवरात के बिल, लाखों के निवेश और विदेश यात्रा के अभिलेख प्राप्त हुए। बैंक लॉकर की तलाशी अलग से की जाएगी। बताया गया है कि प्रदीप कुमार जैन पूर्व में नगर निगम भोपाल में यंत्री रह और वहां से सेवानिवृत हो चुके हैं।
सेवानिवृत होने के बाद स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में इंजीनियर के पद पर संविदा नियुक्ति पर है। लोकायुक्त पुलिस का दावा है कि आगे की कार्रवाई में और बड़े खुलासे भी हो सकते हैं। ज्ञात हो कि अभी हाल ही में इंदौर नगर निगम में भी बड़े पैमाने में घोटाले का खुलासा हुआ है। इसमें कई लोगों के संलिप्त होने की बात भी सामने आ रही है। अब भोपाल नगर निगम के सेवानिवृत इंजीनियर के यहां करोड़ की संपत्ति का खुलासा हुआ है।