नई दिल्ली। दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी बनने के मामले में ग्राफिक्स चिप निर्माता एनवीडिया ने मार्केट वैल्यू के आधार पर एप्पल को पीछे छोड़ दिया है। एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) के इस दौर में एनवीडिया का बाजार मूल्य 3.43 ट्रिलियन डॉलर हो गया है, जो एप्पल के 3.38 ट्रिलियन डॉलर से ज्यादा है।
एनवीडिया के सीईओ जेन्सन हुआंग के नेतृत्व में कंपनी ने पहली बार जून में एप्पल को पछाड़ा था, लेकिन तब यह केवल एक दिन के लिए था। मंगलवार को कंपनी के शेयरों में 2.9 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई, जिससे इसका मार्केट कैप 3.43 ट्रिलियन डॉलर हो गया। अब एनवीडिया एसएंडपी 500 इंडेक्स का 7 प्रतिशत हिस्सा है।
माइक्रोसॉफ्ट का मार्केट कैप वर्तमान में 3.06 ट्रिलियन डॉलर है। एनवीडिया ने 28 जुलाई को समाप्त दूसरी तिमाही में 30 बिलियन डॉलर की आय दर्ज की, जो पिछली तिमाही से 15 प्रतिशत और पिछले साल से 122 प्रतिशत अधिक है।
हुआंग ने बताया कि उनकी हॉपर चिप्स की मांग बनी हुई है और आगामी ब्लैकवेल चिप्स को लेकर भी काफी उत्साह है। उन्होंने कहा कि डेटा सेंटर में एआई और तेज कंप्यूटिंग तकनीक के लिए बड़े स्तर पर अपग्रेड हो रहे हैं, जिसके चलते कंपनी की कमाई रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है।
वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही के दौरान, चिप निर्माता ने शेयरधारकों को 15.4 बिलियन डॉलर वापस किए, जो शेयरों की पुनर्खरीद और नकद लाभांश के रूप में था। दूसरी तिमाही के अंत तक, कंपनी के पास शेयर पुनर्खरीद के लिए 7.5 बिलियन डॉलर बचे हैं।
हुआंग ने एसके हाइनिक्स से कहा है कि वे अपने अगली पीढ़ी के हाई-स्पीड मेमोरी चिप्स को निर्धारित समय से छह महीने पहले तैयार कर दें। ऐसा इसलिए क्योंकि एआई कंप्यूटिंग चिप्स की मांग तेजी से बढ़ रही है।
एनवीडिया के एआई एक्सेलेरेटर्स (जो एआई तकनीक को आगे बढ़ाने के लिए बहुत सारे डेटा पर काम करते हैं) की मांग काफी बढ़ गई है। इन एक्सेलेरेटर्स को सही ढंग से काम करने के लिए हाई-स्पीड मेमोरी चिप्स की जरूरत होती है।