छिंदवाड़ा। केंद्र सरकार की तरफ से कई जनकल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं, जो गरीब और मध्यम वर्गों के लिए किसी वरदान से कम नहीं हैं। आयुष्मान भारत योजना इन्हीं में से एक है, जिससे मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा के निवासी भी लाभान्वित हो रहे हैं।
आयुष्मान भारत योजना का एक घटक प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना है। इसके तहत पात्र परिवार के सदस्यों का आयुष्मान कार्ड बनाया जाता है। कार्डधारक हर परिवार को साल में पांच लाख रुपए तक का स्वास्थ्य बीमा मिलता है और परिवार का कोई भी सदस्य योजना से जुड़े अस्पताल में इस सीमा तक मुफ्त इलाज करवा सकता है। इसमें 60 प्रतिशत खर्च केंद्र सरकार और 40 प्रतिशत राज्य सरकार उठाती है। यह योजना उन लोगों के लिए संजीवनी साबित हो रही है, जो गंभीर बीमारियों से ग्रसित हैं और पैसों के अभाव में अपना इलाज नहीं करवा पा रहे हैं। आयुष्मान भारत योजना से लाभान्वित छिंदवाड़ा के कई निवासियों ने अपनी कहानी सुनाई।
छिंदवाड़ा की रहने वाली नाजिया खान ने बताया, पति मुस्ताक खान को हार्ट में चार ब्लॉकेज थे। जैसे ही यह खबर परिवार को लगी, पैरों तले जमीन खिसक गई। बीमारी और ऊपर से इलाज का खर्च उठाना हमारे लिए बहुत मुश्किल था। जैसे-तैसे अपने जेवर गिरवी रखकर कर्ज लिया और अपने शौहर का इलाज करके दो ब्लॉकेज ठीक कराया, लेकिन दो ब्लॉकेज को ठीक कराने के लिए अब भी लाखों रुपयों की जरूरत थी। इस दौरान आयुष्मान कार्ड बना और फिर इस योजना के तहत अपने शौहर का मुफ्त में इलाज करवाया।
हड्डियों की समस्या से जूझ रहे अनिल कुमार शिववेदी ने बताया, अपना इलाज कराने नागपुर आया। वहां के एक निजी अस्पताल में इलाज का खर्च 2,40,000 रुपए बताया गया, जो हमारे लिए काफी महंगा था। फिर आयुष्मान कार्ड के जरिए छिंदवाड़ा के एक निजी अस्पताल में ऑपरेशन कराया। आयुष्मान कार्ड मेरे लिए किसी संजीवनी से कम नहीं है।
एक निजी अस्पताल संचालक दीपक खंडेलवाल ने बताया कि उनके पास ऐसे कई मरीज आते हैं, जो गंभीर बीमारी से पीड़ित होते हैं। आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने की वजह से इलाज करना मुश्किल साबित होता था। अब आयुष्मान कार्ड से कोई भी मरीज आसानी से छिंदवाड़ा में ही अपना सफल इलाज कराकर योजना का बेहतर लाभ उठा रहे हैं।