बेड़िया समुदाय के उत्थान के लिए भोपाल में ‘CRY’ का महत्वपूर्ण परामर्श सम्मेलन आयोजित

CRY

By Our Correspondent,

bhopalbulletin.com

भोपाल। मध्य प्रदेश के बेड़िया समुदाय के लिए बीते 4 वर्षों से कार्य कर रही एनजीओ चाइल्ड राइट्स एंड यू (CRY) द्वारा बीते 21 मार्च को राजधानी भोपाल के एमपी नगर स्थित होटल लेमन ट्री में एक महत्वपूर्ण परामर्श सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में नीति-निर्माताओं, विशेषज्ञों और सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा बेड़िया समुदाय से जुड़े प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की। इस सम्मेलन का उद्देश्य सरकारी हस्तक्षेप, बाल संरक्षण और शैक्षिक अधिकारों को मजबूत करना था, जिससे समुदाय के समग्र विकास को बढ़ावा दिया जा सके।

भोपाल बुलेटिन डॉट कॉम को मिली जानकारी के अनुसार बीते शुक्रवार को आयोजित सम्मेलन का उद्घाटन वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों और विशेषज्ञों की उपस्थिति में हुआ, जिनमें सुरेश तोमर (सचिव, बाल अधिकार आयोग, मध्य प्रदेश सरकार) और प्रो. डॉ. राका आर्या (कानून पर यूजीसी समिति की अध्यक्ष) शामिल थे। उन्होंने बेड़िया समुदाय की नीतियों और कार्यक्रमों पर व्यापक चर्चा की।

इसके बाद, CRY ने सागर और गुना जिलों में अपने बेड़िया हस्तक्षेप का प्रस्तुतिकरण किया, जिसमें केस स्टडीज, डेटा-संचालित विश्लेषण और अनुभवों के आधार पर चुनौतियों और उपलब्धियों को साझा किया गया।

CRY की उत्तर क्षेत्र प्रमुख, जया सिंह, ने इस मौके पर कहा कि “बेड़िया समुदाय, विशेष रूप से उनकी बेटियां, सामाजिक और आर्थिक बाधाओं का सामना कर रही हैं, जिससे उनकी शिक्षा और सुरक्षित बचपन तक पहुंच सीमित हो जाती है। CRY में हम शिक्षा और सामुदायिक नेतृत्व के माध्यम से इन बाधाओं को दूर करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह परामर्श सत्र बेड़िया बच्चों को उनके अधिकार दिलाने में सहायक रहेगा।”

मध्य प्रदेश सरकार के डीएनटी विभाग के वरिष्ठ अधिकारी एस.एन. लससोढ़िया ने विभाग द्वारा संचालित योजनाओं पर प्रकाश डाला और जाति प्रमाणपत्र पंजीकरण में आ रही चुनौतियों पर चर्चा की।

इस कार्यक्रम में बाल संरक्षण, शिक्षा की उपलब्धता और सरकारी योजनाओं की प्रभावशीलता पर गहन विचार-विमर्श किया गया। नीति-निर्माताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं और विशेषज्ञों ने समुदाय के उत्थान के लिए आवश्यक सुधारों पर चर्चा की। यह सम्मेलन बेड़िया समुदाय के सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था, जिसमें विभिन्न हितधारकों ने मिलकर उनके अधिकारों और विकास के लिए ठोस पहल की आवश्यकता पर बल दिया।

CRY की जमीनी पहल कुछ इस प्रकार रही हैं…

एनजीओ CRY, सागर और गुना के 20 गांवों में काम कर रहा है, जहां बाल गतिविधि केंद्र (CACs) स्थापित किए गए हैं, जिससे 1,200 से अधिक बच्चों को शिक्षा से जोड़ा गया है। CRY ने 208 संवेदनशील लड़कियों को स्कूल में पुनः प्रवेश दिलाने में सफलता प्राप्त की है। इसके अलावा, डिजिटल शिक्षा, व्यावसायिक मार्गदर्शन और स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से समुदाय को आर्थिक और सामाजिक सशक्तिकरण की दिशा में अग्रसर किया जा रहा है।

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