भोपाल: मध्य प्रदेश में एक सप्ताह से जारी बारिश से निमांड-मालवा सहित अन्य हिस्सों में बाढ़ जैसे हालात बन गए है। राहत और बचाव कार्य के लिए सेना और हेलीकाप्टर तक की मदद की जरुरत पड़ सकती है। राज्य की राजधानी भोपाल सहित कई हिस्सों में लगभग पांच दिनों से बारिश का दौर जारी है। इसके चलते इंदौर, बुरहानपुर अलीराजपुर खरगोन, बड़वानी ,धार जिलों में भारी बारिश दर्ज की गई है। इससे नदी नाले तो उफान पर आए ही हैंं, साथ में बांध का जलस्तर भी बढ़ा है।
कई स्थानों पर लोग अपने गांवों तक ही सीमित रहने को मजबूर है, उनका सड़क मार्ग से संपर्क टूट गया है। भारी बारिश के चलते कई स्थानों पर जान माल के नुकसान की भी खबरें आ रही हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बड़वानी, खरगोन, धार, अलीराजपुर और खंडवा जिले में लगातार हो रही बारिश और अतिवृष्टि का संज्ञान लिया है। उन्होंने रात लगभग डेढ़ बजे बाढ़ प्रभावित जिलों के अधिकारियों से संपर्क किया और कहा कि, आवश्यक हुआ तो सेना और एयरफोर्स की मदद ली जाएगी। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम जिलों में सक्रिय हैं।
मुख्यमंत्री चौहान ने बुरहानपुर अलीराजपुर खरगोन, बड़वानी ,धार जिलों के कलेक्टर और कमिश्नर इंदौर से चर्चा की और कहा कि नागरिकों को कोई तकलीफ नहीं होने दी जाएगी। संबंधित जिला प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि सारी टीमें अलर्ट पर रहें एवं लोगो के फंसे होने संबंधित सूचना मिलने पर क्विक रिस्पॉन्स करें। कई इलाकों में अति वृष्टि एवं नर्मदा नदी के बढ़ते जल स्तर के कारण फंसे हुए लोगों को तुरंत रेस्क्यू करने के निर्देश मुख्यमंत्री चौहान ने दिए हैं। वहीं एनडीआरएफ की टीम भी बुला ली गई है। संबंधित जिलों की एसडीआरएफ टीम भी अलर्ट पर है और सूचना मिलने पर जिला प्रशासन के साथ समन्वय बना रही है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा, भगवान महाकाल की कृपा से मध्यप्रदेश में अच्छी बारिश हो रही है। उनके आशीर्वाद से आज नर्मदा स्थित डैम भर गए हैं । प्रदेश में वर्षा की स्थिति को देखते हुए ओंकारेश्वर स्थित भगवान आदि शंकराचार्य की प्रतिमा का अनावरण कार्यक्रम 18 सितंबर के स्थान पर 21 सितंबर को करने जा रहे हैं । मगर ओंकारेश्वर स्थित आदि शंकराचार्य जी की प्रतिमा अनावरण के कार्यक्रम स्थल पर जारी समस्त धार्मिक अनुष्ठान 21 सितंबर तक अनवरत जारी रहेंगे।