नई दिल्ली। गाजा में बंधक बनाए गए इजरायली बंधकों के परिवार के सदस्यों और हाल ही में रिहा किए गए कुछ लोगों ने मंगलवार को प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और उनके युद्ध मंत्रिमंडल के सदस्यों से मुलाकात की।बैठक का आयोजन करने वाले ‘बंधकों और लापता परिवार फोरम’ के सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि बैठक अच्छी नहीं रही और परिवार के सदस्यों और हाल ही में मुक्त हुए कुछ बंधकों ने नेतन्याहू और युद्ध मंत्रिमंडल के अन्य सदस्यों पर चिल्लाना शुरू कर दिया।
हाल ही में कैद से मुक्त हुई एक महिला ने प्रधानमंत्री और अन्य कैबिनेट सदस्यों को बताया कि बंधक महिलाएं “दयनीय स्थिति” में रह रही थीं और उन्हें परेशान किया जा रहा था।
उन्होंने यह भी कहा कि हमास के आतंकवादी उन्हें हिजाब पहनने के लिए मजबूर कर रहे थे, ताकि सेना के हमलों के दौरान इजरायली सेना उनके और मुस्लिम महिलाओं के बीच अंतर न कर सके।
बैठक में भाग लेने वालों ने आईएएनएस को बताया कि नेतन्याहू “उनकी बात ठीक से नहीं सुन रहे थे” और इसके बजाय “कागज के टुकड़े पर लिखी गई टिप्पणियां” पढ़ रहे थे। उन्होंने रिहा किए गए बंधकों के साथ-साथ उन लोगों के परिवार के सदस्यों को भी परेशान कर दिया, जो अभी भी कैद में हैं।
उन्होंने यह भी दावा किया कि नेतन्याहू ने उनसे कहा कि सभी बंधकों को घर वापस लाने की संभावना बहुत कम है।