नई दिल्ली। चीन में अगस्त महीने के दौरान दो से तीन तूफानों के टकराने या उसके प्रभाव में आने की आशंका है। यह जानकारी राष्ट्रीय आपदा रोकथाम, न्यूनीकरण एवं राहत आयोग के कार्यालय और आपात प्रबंधन मंत्रालय ने मंगलवार को एक ब्रीफिंग में दी।
ब्रीफिंग में बताया गया कि इनमें से कम से कम एक तूफान यांग्त्जी नदी के उत्तर में स्थित क्षेत्रों को प्रभावित कर सकता है।
अधिकारियों के अनुसार, अगस्त में चीन के सभी सात प्रमुख नदी बेसिन वर्ष के मुख्य बाढ़ काल में प्रवेश कर चुके हैं। यह भी चेतावनी दी गई कि हैहे नदी, सोंगहुआ नदी और लियाओहे नदी के कुछ क्षेत्रों में भीषण बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है।
इस बीच, ग्रेटर खिंगान पर्वतमाला, उत्तरी शिनजियांग, मध्य और दक्षिणी चीन और कुछ दक्षिण-पश्चिमी क्षेत्रों के कुछ हिस्सों में जंगल की आग का खतरा बना हुआ है।
इस ब्रीफिंग के अनुसार, पश्चिमी युन्नान में भूगर्भीय आपदाओं का खतरा बढ़ गया है, जबकि यांग्त्जी नदी के मध्य और निचले इलाकों, यांग्त्जी नदी और हुआई नदी के बीच के इलाकों, और शिनजियांग के मध्य और उत्तरी हिस्सों में भीषण गर्मी और सूखे का खतरा रहेगा।
इससे पहले, 30 जुलाई को साल के आठवें तूफान, को-मे ने पूर्वी चीन के शंघाई नगर पालिका क्षेत्र में दस्तक दी थी, इसके बाद यह झेजियांग प्रांत में भी पहुंचा था।
तूफान को-मे (ट्रॉपिकल स्टॉर्म लेवल) का केंद्र शंघाई के फेंगशियान जिले के तट पर दूसरी बार दस्तक दे चुका है। तूफान के टकराने के समय केंद्र के पास अधिकतम हवा की रफ्तार 23 मीटर प्रति सेकंड दर्ज की गई, जबकि केंद्र का न्यूनतम दबाव 978 हेक्टोपास्कल रहा।
तूफान से बचाव के लिए फेंगशियान जिले ने पहले से तैयारियां कर ली थीं। इसमें संभावित जोखिमों की पहचान और जोखिम से भरे इलाकों में रहने वालों को समय रहते स्थानांतरित और पुनर्वासित करने की प्रक्रिया शामिल थी।