मुंबई। फिल्म जगत के दिग्गज अभिनेता अनुपम खेर अपने बचपन के दोस्तों के साथ थाईलैंड में छुट्टियां मनाते हुए कैमरे में कैद हुए। दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर कर अभिनेता ने बताया कि यदि जिंदगी को और भी खूबसूरत बनाना है तो बचपन के दोस्तों का साथ होना बहुत जरूरी है। दोस्ती से बढ़कर कोई विटामिन नहीं होता।
सोशल मीडिया मंच इंस्टाग्राम पर पोस्ट शेयर कर अनुपम खेर ने कैप्शन में लिखा, “दोस्तों! जिंदगी खूबसूरत है! पर इसे और खूबसूरत बनाने के लिए अपने बचपन के दोस्तों के साथ कुछ दिन जरूर गुजारें। दुनिया का सबसे अच्छा विटामिन दोस्ती है! मैंने अपने भाई राजू और अपने बचपन के दोस्तों विजय सहगल, सतीश मल्होत्रा और अनिल शर्मा के साथ थाईलैंड में सबसे अच्छा समय बिताया! मैंने उन्हें इस यात्रा की अपनी योजना से सरप्राइज किया और वे भी झट से सहमत हो गए।”
अनुपम खेर ने आगे लिखा, “पिछले कई सालों में बेवकूफी और मूर्खतापूर्ण चीजों पर मैं इतना कभी नहीं हंसा था। मुझे हमारी सैर, साथ में खाना, हमारा एक-दूसरे का मजाक उड़ाना अच्छा लगा। मैं समय को लेकर बहुत पाबंद हूं और वे कभी भी समय पर नहीं आते थे। मैं जितना निराश होता, उतना ही वे मेरा मजाक उड़ाते। इस अवसर के लिए धन्यवाद दोस्तों, मेरे भाई। हमें यह फिर से करना चाहिए। हमारी खुशी में खुश होने के लिए उनके परिवारों और मेरे परिवार (किरण, सिकंदर, दुलारी, रीमा, वृंदा, प्रणित, जोशुआ, भावना और अन्य) का धन्यवाद। आपकी कार, देखभाल करने वाले फोन कॉल और एक शानदार ड्राइवर कू टोनी, मयूरी का धन्यवाद। सबसे बढ़कर हमारे लिए इस यात्रा को इतनी कुशलता और प्यार से आयोजित करने के लिए प्रिय हेमरान का धन्यवाद। बचपन की दोस्ती की जय।”
इससे पहले सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर कर अभिनेता ने बताया था कि वह बचपन के दोस्तों संग छुट्टियां मनाने थाईलैंड जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि यह फैसला अचानक लिया। थाईलैंड की उड़ान भरने से पहले अभिनेता अनुपम खेर ने अपने 55 साल पुराने दोस्तों से मिलवाया।
खेर ने इंस्टाग्राम पर वीडियो मोंटाज साझा कर लिखा था, “मैं, विजय सहगल, अनिल शर्मा और सतीश मल्होत्रा शिमला में साथ रहते थे। हम पिछले 55 साल से दोस्त हैं। सब दादा-नाना बन चुके हैं! हमने जिंदगी के उतार-चढ़ावों में दोस्ती को बरकरार रखा। मेरा भाई राजू बाई डिफॉल्ट (अपने आप) हमारा दोस्त बना। छोटे शहरों में बड़े भाई के दोस्त छोटे भाई के दोस्त भी आसानी से बन जाते हैं। हम अलग-अलग शहरों में रहते हुए भी एक-दूसरे के संपर्क में रहते हैं। पिछले हफ्ते मैंने इन्हें सरप्राइज दिया कि मैं उन्हें पांच दिनों के लिए छुट्टी पर थाईलैंड लेकर जा रहा हूं। किस्मत से सबके घरवाले मेरे इस अचानक लिए फैसले से खुश थे। पेश है हमारी इस छुट्टी की कुछ झलकियां! ये हमारी जिंदगी के कुछ सबसे खुशी वाले दिन हैं। वाकई जिंदगी ना मिलेगी दोबारा। जय हो।”