भोपाल। मध्य प्रदेश में बीते एक सप्ताह से जारी बारिश के कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पढ़ रहा है। बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। फसलों को नुकसान हो रहा है और हादसे भी लगातार बढ़ रहे हैं।
राज्य के अलग-अलग हिस्सों में पिछले सात दिनों से कहीं रुक-रुक कर तो कहीं मूसलाधार बारिश का सिलसिला जारी है। बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं। निचली बस्तियों में पानी भर रहा है। पानी भरने से खेत तालाबों जैसे नजर आने लगे हैं। किसानों को फसल चौपट होने का खतरा सताने लगा है।
भोपाल में औसत बारिश से भी ज्यादा बारिश हो चुकी है। रविवार को भी झमाझम बारिश का दौर जारी है। राज्य के ज्यादातर इलाकों का यही हाल है। राज्य में जारी बारिश के कारण बरगी, इंदिरा सागर, कलियासोत, कोलार, तवा बांध, भदभदा सहित तमाम बांध लबालब हो गए हैं।
जल निकासी के लिए इन बांधों के एक से लेकर आठ गेट तक खोले गए हैं। इससे नदियों का जलस्तर भी तेजी से बढ़ा है। बारिश के कारण हादसे भी हो रहे हैं। रीवा जिले के गढ़ गांव में स्कूल की दीवार गिरने से चार बच्चों की मौत हो गई। वहीं नरसिंहपुर के साईं खेड़ा विकासखंड के रामपुर में कच्चा मकान गिरने से एक परिवार के दो सदस्यों की मौत हुई है।
इसी तरह राज्य के अन्य हिस्सों में भी हादसे हुए हैं। मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटे में राज्य के अलग-अलग हिस्सों में सामान्य से भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। विदिशा, रायसेन, अशोकनगर, शिवपुरी, श्योपुर, सिंगरौली, अनूपपुर, डिंडोरी, कटनी, दमोह, सागर, छतरपुर और टीकमगढ़ में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।