नई दिल्ली। असम के नलबाड़ी जिले के पनिगांव स्थित सेंट मैरी स्कूल में क्रिसमस की पूर्व संध्या पर हुई तोड़फोड़ पर मिजोरम सरकार के गृह मंत्री के. सपडांगा ने रविवार को गहरी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि क्रिसमस जैसे पवित्र और शांतिपूर्ण त्योहार के दौरान कुछ असामाजिक तत्वों की इस हरकत ने धार्मिक सौहार्द और शांति को ठेस पहुंचाई है।
गृह मंत्री की ओर से जारी बयान में कहा गया कि क्रिसमस मानवता को शांति, सद्भावना और करुणा का संदेश देता है। ऐसे मौके पर साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने और उपासकों के मन में भय पैदा करने की कोई भी कोशिश न केवल दुखद है, बल्कि पूरी तरह अस्वीकार्य भी है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि इस तरह की घटनाएं धर्मनिरपेक्षता की भावना के खिलाफ हैं और हमारे लोकतांत्रिक ढांचे में इनका कोई स्थान नहीं है।
के. सपडांगा ने इस मामले में असम प्रशासन की तत्परता और सख्त कार्रवाई की सराहना की। उन्होंने कहा कि दोषियों की गिरफ्तारी यह दर्शाती है कि कानून अपना काम कर रहा है। मिजोरम के गृह मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि कानून का राज सर्वोपरि होना चाहिए और जो भी इस तरह की घटनाओं के लिए जिम्मेदार हैं, उन्हें उचित कानूनी परिणाम भुगतने चाहिए।
उन्होंने सभी समुदायों के लोगों से आपसी सम्मान, एकता और समझ बनाए रखने की अपील की। के. सपडांगा ने कहा कि शांति, सद्भाव और भाईचारे की भावना ही हमारे क्षेत्र की पहचान है और इन्हीं मूल्यों के साथ आगे बढ़ते हुए समाज को मजबूत किया जा सकता है।
गृह मंत्री ने आगे कहा कि सभी को मिलकर यह सुनिश्चित करना होगा कि किसी भी तरह की नफरत या विभाजनकारी ताकतें समाज की एकता को नुकसान न पहुंचा सकें और शांति व भाईचारा हमेशा मार्गदर्शक सिद्धांत बने रहें।
स्कूल में तोड़फोड़ करने वाले बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया गया है। सभी आरोपी गैर-कानूनी तरीके से स्कूल परिसर में घुसे और बाहरी सजावट, स्ट्रीट लाइट, गमलों और दूसरी चीजों को नुकसान पहुंचाया था। आरोपियों ने कुछ चीजों में आग भी लगा दी, जिससे संपत्ति का नुकसान हुआ। बेलसोर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है।

