नई दिल्ली। म्यांमार की एक घरेलू नौकरानी, जिसने 2018 में अपने नियोक्ता के परिवार की 70 वर्षीय बुजुर्ग महिला को 26 बार चाकू मारा था, को सिंगापुर में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है।
द स्ट्रेट्स टाइम्स की हाल की रिपोर्ट के अनुसार, जिन मार न्वे, जो अब 22 साल की है, उसे हाईकोर्ट ने इस साल मई में हत्या का दोषी पाया। उसने महिला के दुर्व्यवहार से तंग आकर और उसे म्यांमार वापस भेजने की धमकी देने के बाद यह खौफनाक कदम उठाया।
कोर्ट को बताया गया कि 25 जून 2018 को, दोनों महिलाएं फ्लैट में अकेली थीं, जब जिन ने रसोई से चाकू उठाया और बुजुर्ग महिला पर कई बार वार किए।
फिर वह कुछ कैश लेकर भाग गई और अपना पासपोर्ट मांगने के लिए एजेंसी में गई, जहां कुछ घंटों के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
रिपोर्ट के मुताबिक, गिरफ्तारी के बाद नौकरानी ने शुरू में पीड़िता को चाकू मारने से इनकार किया लेकिन बाद में स्वीकार कर लिया।
जिन ने कहा कि बुजुर्ग महिला ने उसके साथ दुर्व्यवहार किया था।
उसने बताया कि बुजुर्ग महिला 26 मई, 2018 को अपने नियोक्ता के परिवार के साथ रहने के लिए आई थी। वह जिन को उसके सिर या पीठ पर मारती थी।
जिन ने कहा कि एक बार, जब वह बुजुर्ग महिला की मालिश कर रही थी, तो जरा सा दर्द होने पर उसने उसे थप्पड़ मार दिया। इसके बाद बुजुर्ग महिला ने जिन को वापस उसके देश भेजने की धमकी दी।
जिन के वकील क्रिस्टोफर ब्रिजेस ने तर्क दिया कि डॉक्टर टॉमी टैन की मनोचिकित्सक की राय पर भरोसा करते हुए उसे गैर इरादतन हत्या का दोषी ठहराया जाना चाहिए, क्योंकि उसने आवेश में ये कदम उठाया।
बचाव पक्ष को खारिज करते हुए, न्यायमूर्ति आंद्रे मनियम ने कहा कि जिन को पता था कि वह बुजुर्ग महिला को चाकू मार रही है।
न्यायमूर्ति मनियम ने कहा कि ज़िन को घटना का विवरण याद है और वह पुलिस को छुरा घोंपने की घटना का वर्णन करने में सक्षम थी, जिससे डॉ. टैन का यह निष्कर्ष कमजोर हो गया कि उसका दिमाग इस बात को लेकर सचेत नहीं था कि वह क्या कर रही थी।