भोपाल। मध्य प्रदेश की गोशाला में रहने वाले गोवंश को बेहतर सुविधाएं मिलें और किसी तरह की गड़बड़ी न हो, इसके लिए राज्य सरकार बड़ी पहल करने जा रही है। राज्य के पशुपालन मंत्री लखन पटेल ने बताया है कि गोशाला के गोवंशों को चिप लगाए जाएंगे।
लखन पटेल ने सोमवार को समाचार एजेंसी आईएएनएस से कहा कि गोशाला में रहने वाले गोवंश, जिनमें गायें भी शामिल हैं, को चिप लगाए जाएंगे। चिप की नियमित रूप से स्कैनिंग होगी और उसके आधार पर गोशाला संचालक को रोज की स्थिति दर्ज करनी होगी। इसके आधार पर गोशालाओं को राज्य सरकार की ओर से भुगतान किया जाएगा। यह पूरा ब्योरा पशुपालन विभाग के पास दर्ज रहेगा और नियत तारीख को राशि का अंतरण हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि राज्य में संचालित गोशालाओं के गोवंश को सरकार की ओर से नियमित तौर पर राशि दी जाती है, मगर कई गोशालाओं में गड़बड़ी होती है। चिप लगने से गड़बड़ी रोकना आसान होगा। ऐसा होने से गोशाला में मौजूद गोवंश की गिनती करनी आसान होगी और किसी तरह की गड़बड़ी की गुंजाइश भी नहीं रहेगी।
वहीं, शराब के एक ब्रांड को ‘त्रिकाल’ नाम दिए जाने पर मंत्री ने आपत्ति दर्ज कराई है। उन्होंने कहा कि हम सभी सनातनी लोग हैं, भगवान को मानते हैं और धर्म तथा संस्कृति पर चलने वाला यह देश है। जो शब्द हमारे सनातन से जुड़ा हुआ है, उसके नाम की शराब नहीं होनी चाहिए। यह मामला जिस भी राज्य का है, उससे हम उम्मीद करते हैं कि सरकार ऐसे किसी भी नाम को अनुमति नहीं देगी क्योंकि यह नाम सनातन से जुड़ा हुआ है और इस नाम पर शराब का नाम रखना भावनाओं के अनुरूप नहीं है। इसलिए राज्य सरकारों को ऐसे नाम की शराबों के रखने पर रोक लगानी चाहिए।