मध्य प्रदेश के तालाबों को पर्यटन स्थलों में बदला जाएगा: सीएम मोहन यादव

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भोपाल। मध्य प्रदेश के नगरीय निकायों के तालाबों को पर्यटन स्थलों के तौर पर विकसित किए जाने की तैयारी है। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा है कि प्रदेश के नगरीय निकायों में मौजूद तालाबों का सौंदर्यीकरण किया जाएगा और उन्हें पर्यटन स्थलों के रूप में भी विकसित करेंगे।

नगरीय विकास एवं आवास विभाग नगरीय क्षेत्रों की झीलों एवं तालाबों के सौंदर्यीकरण के लिये संरक्षण एवं संवर्धन का कार्य कर रहा है। प्रदेश के 41 नगरीय निकायों में 48 तालाबों की योजनाओं पर 104 करोड़ 46 लाख रुपये की स्वीकृति प्रदान की जा चुकी है।

झीलों एवं तालाबों के सौंदर्यीकरण के साथ पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए चयनित झीलों एवं तालाबों के संरक्षण और सतही पेयजल स्रोत निर्मित होंगे। अब तक 28 तालाबों के कार्य पूरे किए जा चुके हैं, शेष 20 तालाबों के कार्य प्रगति पर हैं। जल-संरक्षण और संवर्धन की यह योजनाएं राज्य शासन के दिए जाने वाले अनुदान और निकाय के वित्तीय अंश से संचालित की जा रही हैं।

बताया गया है कि नगरीय निकायों ने जिन तालाबों और झीलों के संरक्षण के कार्य चयनित किए हैं, उनमें प्रमुख रूप से भूमि के कटाव को रोकने संबंधी कार्य, झीलों एवं तालाबों के आसपास बाउंड्री बनाना, सघन वृक्षारोपण, लॉन विकसित करना और सौंदर्यीकरण के लिए लैंप तथा फव्वारों की स्थापना करना प्रमुख है।

इसी के साथ अपशिष्ट जल को रोकने, जल-शोधन के लिए रूट-जोन ट्रीटमेंट मैनेजमेंट और सीवर पाइप लाइन द्वारा अपशिष्ट जल को रोकने के लिए निकायों द्वारा ठोस प्रयास किए जा रहे हैं। नगर निगम द्वारा कुल स्वीकृत राशि में 40 प्रतिशत, नगर पालिका द्वारा 25 प्रतिशत और नगर परिषद द्वारा 10 प्रतिशत की राशि वित्तीय अंशदान के रूप में दी जा रही है।

नगरीय विकास विभाग ने वर्ष 2025-26 से अगले तीन वर्षों में 50 करोड़ रुपये के और कार्य विभाग के बजट प्रावधान में किए जाने के लिये प्रस्तावित किए हैं।

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