नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसदों ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को जवाब देते हुए कहा है कि यह समय आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति के लिए उचित नहीं है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के भारत दौरे का जिक्र करते हुए भाजपा सांसदों ने कहा कि सभी को साथ मिलकर उनका स्वागत करना चाहिए।
भारत दौरे पर आने वाले विदेशी प्रतिनिधिमंडल से विपक्षी नेताओं की मुलाकात न कराने के आरोपों पर भाजपा सांसद अपराजिता सारंगी ने जवाब देते हुए कहा कि ये आरोप आधारहीन हैं। उन्होंने राहुल गांधी और कांग्रेस से कहा कि आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति के लिए यह उचित समय नहीं है।
भाजपा सांसद अपराजिता सारंगी ने कहा, “रूसी राष्ट्रपति पुतिन भारत आ रहे हैं, जो पूरे देश के लिए आनंद का विषय है। यह भारत की विदेश नीति का भी महत्वपूर्ण अध्याय है। राहुल गांधी आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति न करें।”
उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार हर किसी के साथ सम्मान और श्रद्धा का भाव रखती है। राहुल गांधी नेता प्रतिपक्ष के महत्वपूर्ण पद पर हैं। उनके लिए भी सम्मान का भाव है।
राहुल गांधी को लेकर भाजपा के सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने कहा, “वे एक राष्ट्रीय पार्टी के नेता हैं और लोकसभा में भी विपक्ष के लीडर हैं। उन्हें यह समझने की जरूरत है कि जब कोई प्रधानमंत्री या किसी दूसरे देश का कोई डेलीगेशन भारत आता है, तो वे खुद ही कार्यक्रम और किससे मिलना चाहते हैं, यह तय करते हैं। केंद्र सरकार मुलाकात से न किसी को रोकती है और न किसी की मुलाकात कराती है।”
बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि राहुल गांधी अपने आप को उस लायक बनाएं कि जब अन्य देशों के राष्ट्राध्यक्ष आएं तो आपसे मिलने की उनकी उत्सुकता बढ़े।
वहीं, जदयू के सांसद संजय कुमार झा ने राहुल गांधी के व्यवहार को लेकर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को पता होना चाहिए कि विपक्ष के नेता का क्या रोल होता है। वे विरोध करते-करते देश और देश की जनता के खिलाफ हो जाते हैं। संजय झा ने कहा कि बिहार चुनाव में एसआईआर को लेकर उन्होंने (राहुल गांधी) यात्राएं कीं, लेकिन नतीजों के बाद वो वहां से गायब हो गए। ‘वोट चोरी’ जैसा मुद्दा लेकर उन्होंने पूरा चुनाव लड़ा, लेकिन जनता का फैसला सबसे सामने है। जनता ने उन्हें विपक्ष में बैठाया है।

