नई दिल्ली। ईरानी सेना की ग्राउंड फोर्स ने मध्य इस्फ़हान प्रांत में दो दिवसीय सैन्य अभ्यास शुरू किया। यह जानकारी मीडिया ने दी।
आईआरएनए समाचार एजेंसी ने अभ्यास के प्रवक्ता करीम चेशाक के हवाले से कहा, इसमें ग्राउंड फोर्स की पैदल सेना, बख्तरबंद वाहन, मिसाइल, तोपखाने, ड्रोन, इंजीनियरिंग, साइबर सुरक्षा, संचार और सूचना प्रौद्योगिकी इकाइयां आदि शामिल हैं, साथ ही वायु सेना के परिवहन और सहायता विमान भी शामिल हैं।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, चेशाक ने कहा कि ड्रिल के दौरान, सेना की इकाइयां फायरिंग रेंज, लक्ष्य को भेदने की सटीकता, स्मार्ट फीचर्स, स्वचालन क्षमताओं और नेटवर्क-आधारित अनुकूलनशीलता के संदर्भ में अपने उपकरणों की क्षमताओं का आकलन करेंगी।
प्रवक्ता ने कहा कि ड्रिल का उद्देश्य ग्राउंड फोर्स की क्षमताओं का मूल्यांकन करना, जमीनी युद्ध रणनीति का अभ्यास करना, नए हथियारों की परिचालन क्षमताओं का अनुमान लगाना, सशस्त्र बलों की निवारक शक्ति में सुधार करना और स्थायी सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
उन्होंने ड्रिल के दौरान किए जाने वाले ऑपरेशनों को एक साथ ब्रिगेड के भूमि और वायु हस्तांतरण, ड्रोन और इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम का उपयोग करके खुफिया जानकारी एकत्र करना, तटीय रक्षा और हमलावर बलों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई आदि बताया।
सेना के प्रमुख कमांडर अब्दोलरहीम मौसवी सहित कई वरिष्ठ ईरानी सैन्य अधिकारी ड्रिल के उद्घाटन समारोह में शामिल हुए।